पटाखे फोड़ते वक्त 15 साल के किशोर की मौत, लोहे के पाइप में रखकर फोड़ा बम
इंदौर: इंदौर के एरोड्रम इलाके में रहने वाले 15 साल के एक बच्चे की पटाखा फोड़ते वक्त मौत हो गई। बताया जा रहा है रात में उसने पटाखा जलाया। उसने एक लोहे के पाइप का इस्तेमाल किया। नाबालिग ने प्रतिबंधित तोप में पटाखा रखा था। पटाखा फूटते ही तेज धमाका हुआ, जिसके दबाव से वह दूर जा गिरा। इसके बाद उठा नहीं। इसके बाद उठा नहीं। परिवार के लोग उसे नजदीक के अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां से डॉक्टरों ने उसे एमवाय भेज दिया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इंदौर में दिवाली पर सुतली बम पटाखा के धमाके के बाद 15 साल के लड़के की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक घटना विकास नगर की है। यहां रहने वाले 15 साल के गजेन्द्र पुत्र बनेसिंह सोलंकी को उसके रिश्तेदार अस्पताल लेकर पहुंचे। बताया जाता है कि उसने सुतली बम लोहे के पाइप में रखकर जलाया। बम फटते ही पाइप भी धमाके के साथ फट गया। इसकी चपेट में गजेन्द्र भी आ गया। धमाका होते ही वह गिर गया ओर बेसुध हो गया। परिवार वालों ने काफी देर तक उसे होश में लाने की कोशिश की। लेकिन वह नहीं उठा। इसके बाद देर रात एमवाय में उसे मृत घोषित कर दिया गया। गजेन्द्र लोहे के जिस पाइप में रखकर बम फोड़ रहा था, उसके नीचे स्टैंड रखकर गन जैसा बनाया जाता है। आगे की तरफ सुतली बम या दूसरे बम रखकर लोग फोड़ते हैं। यह पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद कई बच्चे ओर युवा इसका उपयोग करते हैं। परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक गजेन्द्र निजी स्कूल में 9 th क्लास में पढ़ता था। उसके पिता कारपेंटर हैं।वह चार बहनों का इकलौता भाई था।
बारूद के धमाके से तीन साल के बच्चे की मौत
इससे पहले दीपावली की रात 3 साल के बच्चे की भी जलने से मौत हो गयी। सार्थक नाम का बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। घर बाहर जल रहे कचरे में धमाका हुआ और वो उसकी चपेट में आ गया। सार्थक बुरी तरह झुलस गया था। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि उस कचरे में कोई बम भी था। सार्थक के किरायेदार पटाखे बनाते थे। वो घर खाली करके गए थे और कचरा बाहर फेंक गए थे। उस कचरे में कोई बम रह गया था जिससे ये हादसा हुआ।