बस्तर गोंचा महापर्व की तैयारी शुरू, संचालन समिति का हुआ गठन…..
बस्तर गोंचा महापर्व की तैयारी शुरू, संचालन समिति का हुआ गठन
जगदलपुर : बस्तर संभाग मुख्यालय में 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज के द्वारा बस्तर गोंचा महापर्व की तैयारी हेतु आज श्रीश्री जगन्नाथ मंदिर में आयोजित बैठक में बस्तर गोंचा महापर्व संचालन समिति वर्ष 2023 का गठन के साथ ही शुरू हो गई है।
रियासत कालीन शताब्दियों से चली आ रही परंपरानुसार प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बस्तर गोंचा के सफल संचालन के लिये बस्तर गोंचा समिति का गठन कर दायित्व सौंप दिया गया है।
360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष ईश्वर खम्बारी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष बस्तर गोंचा के संचालन के लिये बस्तर गोंचा समिति का अध्यक्ष ललित पांडे (बिंता) क्षेत्रीय अध्यक्ष को बनाया गया है।
इसी तरह समिति के उपाध्यक्ष मुक्तेश्वर पांडे (मरेठा) क्षेत्रीय अध्यक्ष, सचिव विम्भाधर पांडे (तितिरगांव) क्षेत्रीय अध्यक्ष, सह सचिव महेंद्र पाढ़ी (भानपुरी) क्षेत्रीय अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष चिंतामणि पांडे (मटनार) क्षेत्रीय अध्यक्ष को मनोनीत किया गया।
इसके अलावा अन्य संचालन समिति का दायित्व 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज के प्रबंधकारणी एवं बस्तर गोंचा समिति के द्वारा 100 ग्रामों में निवसरत समाज के सदस्यों को प्रतिवर्षानुसार सौंपा जायेगा जावेगा
खम्बारी ने समस्त 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज के सम्मानित सदस्यों को बस्तर गोंचा महापर्व के सफल संचालन में अपना योगदान देने की अपील की है।
समाज के पाणिग्राही राधाकांत पाणिग्राही एवं समाज के पाढ़ी उमाशंकर पाढ़ी ने बस्तर गोंचा महापर्व के संबध में बताया कि 04 जून चंदन जात्रा पूजा विधान के साथ ही बस्तर गोंचा का आगाज हो जायेगा,
05 जून से 18 जून तक भगवान जगन्नाथ अनसरकाल में रहेंगे इस दौरान भगवान का दर्शन वर्जित होगा, 19 जून को नेत्रोत्सव पूजा विधान के साथ श्रृद्धालू भगवान जगन्नाथ का श्रीमंदिर के गर्भगृह के बाहर दर्शन कर सकेगें,
20 जून को श्रीगोंचा रथयात्रा पूजा विधान होगा, 24 जून को हेरपंचमी पूजा विधान एवं व 28 जून बाहुड़ा गोंचा पूजा विधान के साथ भगवान जगन्नाथ श्रीमंदिर पंहुचेंगे।
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बैठक में 360 घर आरण्यक ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष ईश्वरनाथ खम्बारी, सुदर्शन पाणिग्राही, रविन्द्र पांडे, महेश पांडे, आत्माराम जोशी, अनन्त प्रसाद पांडे, डिलेश्वर पांडे, दिनेश पाणिग्राही, हेमंत पांडे, नरेंद्र पाणिग्राही, दीनदयाल जोशी, विमल पांडे, विवेक पाण्डे, चिन्तामणि पांडे, मोहन जोशी,
हरीश पाणिग्राही, देवशंकर पंडा, मुक्तेश्वर पांडे, वेणुधर पाणिग्राही, उमाकांत पाणिग्राही, मिनकेतन पाणिग्राही, किशोर पांडे, गजेंद्र पाणिग्राही, मिथलेश पाणिग्राही, शेखर पाढ़ी, उदयनाथ पाणिग्राही, ललित पांडे, बनमाली पाणिग्राही, रामानुजन आचार्य, ईश्वर पाणिग्राही, चिंतामणि अगस्ती, पुरषोत्तम पांडे, विम्भाधर पांडे, महेंद्र पाढ़ी, डेन्सनाथ पांडे, भूपेश पाणिग्राही, आशु आचार्य, नरेंद्र पाणिग्राही, गिरजा पांडे, आशा आचार्य,
सरिता जोशी, श्रीमती नीता पांडे, मुरलीधर पाणिग्राही, जयप्रकाश पाढ़ी, जगदीश पाढ़ी, उमेश पांडे, अनादि जोशी, परमानंद पांडे, दशरथ पांडे, विष्णु जोशी, लोहित पांडे, सुजीत आचार्य, बद्रीनाथ जोशी, खिरेंद्र पांडे,
भानु मंडन, लुप्तेश्वर आचार्य, केशराज आचार्य, सोहन पांडे, लोकेश पांडे, हेमंत पांडे, पुरषोत्तम पाणिग्राही, चोखेलाल पाणिग्राही, देवेंद्र पाणिग्राही, मनोज जोशी, परमानंद पांडे सहित 100 ग्रामों में निवसरत समाज के सदस्य उपस्थित थे।