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कांग्रेस शासित राज्यों में क्यों लगा अडानी का पैसा; सवाल पर कन्नी काट गई कांग्रेस, चिदंबरम ने खिसकाया माइक…

अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी को लेकर कांग्रेस पार्टी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ हमलावर रहती है।

राहुल गांधी ने खुद कई मौकों पर इस कंपनी को सीधा फायदा पहुंचाने के आरोप केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाए हैं।

इस बीच कांग्रेस शासित राज्य तेलंगाना और अडानी समूह के बीच निवेश को लेकर समझौते हुए हैं। इसको लेकर जब कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम से सवाल पूछा गया तो वह असहज हो गए। उन्होंने इस सवाल को टाल दिया।

आपको बता दें कि बुधवार को कांग्रेस पार्टी के लोकसभा चुनाव घोषणापत्र को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। पी चिदंबरम से अडानी और तेलंगाना सरकार के बीच हुई डील से जुड़ा सवाल पूछा गया।

इस सवाल को उन्होंने टाल दिया और क्रांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत की तरफ माइक शिफ्ट कर दिया। निवेश प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर पी चिदंबरम ने तेजी से माइक सुप्रिया श्रीनेत की ओर बढ़ाया। अब इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।

सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह घोषणापत्र के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस है। हमें केवल इस विषय पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कृपया बुरा न मानें। लेकिन घोषणापत्र लॉन्च करना एक बड़ी बात है।”

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उद्योगपति गौतम अडानी को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाते रहते हैं। वह अडानी को मोदी का ‘दोस्त’ बताते हैं।

कई अन्य विपक्षी नेता भी सरकार पर साठगांठ वाले पूंजीवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हैं।

इस सबके बीच अडानी समूह ने गुरुवार को रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली तेलंगाना सरकार के साथ ₹12,400 करोड़ से अधिक के निवेश के लिए चार एमओयू पर हस्ताक्षर किए। रेड्डी ने खुद अडानी के साथ डील साइन की। अडानी समूह डेटा सेंटर के लिए ₹5000 करोड़, दो पप स्टोरेज परियोजनाओं के लिए ₹5000 करोड़ और सीमेंट प्लांट के लिए ₹1400 करोड़ का निवेश करेगा।

बीजेपी नेता खुशबू सुंदर ने इसी मामले को लेकर डीएमके पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “बेशर्म DMK भी अलग नहीं है। ‘अडानी इज मोदी, मोदी इज अडानी’ का राग अलापने के बाद उन्होंने अडानी समूह के साथ ₹42700 करोड़ का समझौता किया है। फिर भी वे स्वीकार नहीं करेंगे कि अडानी ही  बिजनेस में सर्वश्रेष्ठ हैं।  हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस देश के विकास को सुनिश्चित करने के लिए केवल सर्वश्रेष्ठ के साथ काम करेंगे।”

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