MP:जानवरों को मार कर कौन चूसता है खून, कच्छी के लोग दहशत में
शहडोल : मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के धनपुरी के कच्छी मोहल्ला के लोग इस समय दहशत में जी रहे है। यहां रात के अधेरे में एक शख्स जानवरों का खून चूसता है। जंगली जानवरों के नाखून और पंजों के निशान मिले हैं। पिछले पंद्रह दिनों में रात के अंधेरे में इस रहस्यमयी जानवर ने करीब 25 से अधिक बकरे-बकरियों को मौत के घाट उतार दिया है। बकरे-बकरियों के गर्दन और पीठ पर और घटनास्थल पर जमीन और दीवार पर जंगली जानवर के नाखून और पंजों के निशान दिखाई दिए हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि जानवर सिर्फ खून चूसकर चला जाता है। उनका मांस नहीं खाता।
मौत के घाट उतारने का सिलसिला 30 मई से शुरू हुआ
बकरे-बकरियों पर हमला कर खून चूसकर उन्हें मौत के घाट उतारने का सिलसिला 30 मई की रात को शुरू हुआ था। अज्ञात जानवर ने कच्छी मोहल्ला निवासी बकरा व्यवसायी फारूक उर्फ बल्लू कुरैशी के घर में बंधे 14-15 जानवरों को एक ही रात में मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद पिछले हफ्ते फारूक कुरैशी के घर में बंधी दो बकरियों के साथ भी ऐसा ही हुआ।
धनपुरी में पंद्रह दिनों के भीतर 30 से अधिक बकरे-बकरियों को रहस्यमयी जंगली जानवर ने मौत के घाट उतारा है। इन बकरे-बकरियों की कीमत तीन लाख रुपये बताई जाती है। कच्छी मोहल्ला में गुड्डा बाबा के घर में स्थित सार मे बंधे चार बकरे सुबह मृत मिले। उनके गर्दन में भी किसी जंगली जानवर के हमले के निशान दिखाई पड़ रहे हैं। इसके अलावा आठ-नौ जून की दरम्यानी रात कच्छी मोहल्ला के मोहम्मद उमर के घर मे बंधे पांच बकरे-बकरियां मृत मिले थे। इसी तरह की घटनाएं और भी जगहों पर होने की सूचना मिली है।
पशु सुरक्षा की मांग
गुड्डा बाबा के घर चार बकरे-बकरियां मृत पाए गए। उनके घर में बकरियों के सार, दीवार व बाड़ी में किसी जंगली जानवर के पंजे व नाखून के निशान दिखाई दे रहे हैं। वह जानवर किस प्रजाति का है, यह रहस्य बना हुआ है। फारूक कुरैशी का कहना है कि हमारा परिवार पीढ़ियों से यह व्यवसाय कर रहा है। ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई। कोई जंगली जानवर सिर्फ बकरे-बकरियों का खून चूसकर उन्हें मौत के घाट उतार रहा है। इन घटनाओं से पशु पालको में दहशत है। जानवरों की सुरक्षा की मांग प्रशासन से की जा रही है। पशु हानि की क्षतिपूर्ति की भी मांग की जा रही है।