सर्वोदय संकल्प शिविर राष्ट्र निर्माण का अखिल भारतीय अभियान सदभावना भवन बकावंड में शामिल हुए बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल……..
सर्वोदय संकल्प शिविर राष्ट्र निर्माण का अखिल भारतीय अभियान सदभावना भवन बकावंड में शामिल हुए बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल
जगदलपुर :- बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा की जमीनी स्तर पर पूरा पालन किया जाए और कांग्रेस पार्टी के संविधान व विचारधारा को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए तथा छत्तीसगढ़ सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार हेतु
प्रत्येक ब्लॉक में राष्ट्र निर्माण हेतु लगभग 20 से 25 स्वराज साथी का चयन कर आवासीय शिविर रख प्रशिक्षण दिया जावेगा स्वराज साथी द्वारा गांव गांव जाकर गांधीजी के विचार का प्रचार प्रसार कर राष्ट्र निर्माण में सहभागीता प्रेरित किया जायेगा
बघेल ने कहा की आधुनिक भारत और अहिंसा गांधी जी ने अहिंसा रूपी अस्त्र का प्रयोग एवं उसकी पालना कठोर से कठोर परिस्थिति में किया उस दृष्टि से अहिंसा शांति का आमेघ अस्त्र है यह तथ्य हजारों वर्ष पहले ही अनुभव कर लिया गया था जो साधना के क्षेत्र में बढ़ते हैं
उन्हें अहिंसा का सूक्ष्म, सूक्ष्मतर और सूक्ष्मतम पालन करना पड़ता है वह केवल व्यक्ति ही नहीं अपितु सारा संसार शांति आश्वासन प्राप्त करता है आज अहिंसा की बात अधिक होती है पर उस पर अमल कम हो रहा है शस्त्रों की भरमार होती जा रही है जिससे यह अनुभव हो रहा है कि अहिंसा औपचारिक आधार पर ही इसकी उपयोगिता रह गयी है
बघेल ने कहा की गांधी जी ने अहिंसा को साधन के रूप में स्वीकार किया अहिंसा का साधारण अर्थ दूसरों को कष्ट न देना है सत्य और अहिंसा ऐसे अस्त्र हैं जिनके द्वारा संसार को झुकाया जा सकता है
विरोधी को अपने प्रति प्रेम-सद्भावना रखने के लिए मजबूर किया जा सकता है वर्तमान सन्दर्भ में अहिंसा की व्यावहारिकता पर लोगों का विश्वास नहीं रहा आज देश में अलग प्रकार का वातावरण है
बघेल ने कहा की राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने भारत में दूरसंचार क्रांति लाई.आज जिस डिजिटल इंडिया की चर्चा है, उसकी संकल्पना राजीव गांधी अपने जमाने में कर चुके थे. उन्हें डिजिटल इंडिया का आर्किटेक्ट और सूचना तकनीक और दूरसंचार क्रांति का जनक कहा जाता है
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा : स्व. राजीव गांधी ने ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के उद्देश्य से जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना की वर्तमान में लगभग हर जिले में एक नवोदय विद्यालय है और स्थिति ऐसी है कि शहरी क्षेत्र के बच्चे भी नवोदय स्कूलों में प्रवेश ले रहे हैं
राजीव ने यह फैसला 1986 में घोषित शिक्षा नीति के तहत लिया था पंचायती राज गांवों को सशक्त और लोकतंत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए राजीव ने पंचायती राज का बड़ा फैसला लिया इसके माध्यम से उन्होंने पूरे देश में ग्राम सरकार की अवधारणा लागू की और पंचायतों को ज्यादा अधिकार दिए उनका मानना था कि ग्राम पंचायतों को सत्ता में वह दर्जा मिलना चाहिए जो संसद और विधानसभा का है
जिसमें मौजूद रहे जानकी राम सेठिया, दिनेश यदु,जगमोहन बघेल, तुलाराम सेठिया, डिस्पेंसरलाल, पवन दहात,अमजद खान,अशीका कुजूर,मानसिंह क़वासी, हेमराज बघेल, राजेश कुमार, पूरनसिंह कश्यप, लखेश्वर,दुतिका, एवं समस्त कार्यकर्त्तागण व संकल्प शिविर के सदस्यगण उपस्थित रहे