CM शिवराज सिंह ने पेशाब कांड के पीड़ित दशमत रावत के धोए पैर..
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी दशमत रावत पर एक भाजपा कार्यकर्ता के बेशर्मी से पेशाब करने की घटना के बाद से सियासत गरमाई हुई है। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. फिर प्रशासन ने उसके घर पर बुलडोजर चला दिया. गुरुवार को सीधी केस के पीड़ित परिवार ने सीएम हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की. सीएम शिवराज ने घटना के लिए आदिवासी दशमत से माफी मांगी है.
मुख्यमंत्री ने पूरी घटना पर पीड़ित परिवार से मिलकर दुख जताया. मुख्यमंत्री ने पीड़ित दशमत रावत के पेर धोकर उनका सम्मान भी किया. मुख्यमंत्री ने पीड़ित से कहा कि मुझे बहुत दुख हुआ। मैं माफी चाहता हूं। मेरे लिए जनता ही भगवान समान है। सीएम ने दशमत को सुदामा कहते हुए कहा कि तुम अब मेरे दोस्ते हो। मुलाकात के बाद सीएम शिवराज के साथ दशमत सीएम हाउस से हुए रवाना हुए. दोनों एक ही गाड़ी में पौधारोपण कार्यक्रम के लिए निकले. मुख्यमंत्री ने दशमत रावत के साथ एक पौधा भी लगाया.
यह वीडियो मैं आपके साथ इसलिए साझा कर रहा हूँ कि सब समझ लें कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है, तो जनता भगवान है।
किसी के साथ भी अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य के हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है। pic.twitter.com/vCuniVJyP0
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 6, 2023
ये है मामला
सीधी में भाजपा नेता प्रवेश शुक्ला का दशमत रावत के ऊपर पेशाब करते वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही मामले में जांच के लिए जांच कमेटियां बनाई हैं। सीधी विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ला के पूर्व विधायक प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला को आदिवासी युवक पर पेशाब करने के मामले में मंगलवार रात करीब दो बजे गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को सीधी पेशाब कांड पर कहा कि कृत्य बहुत घृणित और निंदनीय बताया था। कानून अपना काम कर रहा है। ये भाजपा की सरकार है यहां कानून का राज है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद तत्काल मुख्यमंत्री के कहने पर एनएसए की कार्रवाई और कानूनी कार्रवाई कर दी गई थी। आरोपी को रात में गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे रीवा जेल में रखा जाएगा। आदिवासी युवक पर बीजेपी नेता प्रवेश शुक्ला द्वारा पेशाब करने का मामले सामने आने के बाद सरकार और प्रशासन ने भी सख्त रुख अपनाया. आरोपी के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया है. घर टूटता देखकर बीजेपी नेता की मां बेहोश हो गईं. इस मामले पर अब जमकर पॉलिटिक्स भी हो रही है. कांग्रेस के नेता पीड़ित के घर पर धरना देते हुए पूरे घर को गिराने की मांग करने लगे तो वहीं बीजेपी के स्थानीय विधायक केदारनाथ शुक्ला भी पीड़ित के घर पहुंचे गए.