छत्तीसगढ

संकट में ग्रामीणों की प्यास बुझा रहे हैं विधायक जैन के दिए टैंकर, विधायक रेखचंद जैन ने 4 साल में गांवों को उपलब्ध कराए 84 टैंकर……

संकट में ग्रामीणों की प्यास बुझा रहे हैं विधायक जैन के दिए टैंकर, विधायक रेखचंद जैन ने 4 साल में गांवों को उपलब्ध कराए 84 टैंकर

जगदलपुर :- शादी और अन्य समारोहों के लिए वरदान साबित हो रहा यह योगदान

संसदीय सचिव एवं विधायक जगदलपुर रेखचंद जैन द्वारा उपलब्ध कराए गए टैंकर संकट की घड़ी में ग्रामीणों के बड़े काम आ रहे हैं। ग्रीष्म ऋतु में भीषण जल संकट के दौरान इन टैंकरों ने ग्रामीणों की प्यास बुझाने में अच्छी मदद की।

शादी ब्याह तथा अन्य सामाजिक एवं पारिवारिक कार्यक्रमों के दौरान विधायक का यह योगदान ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहा है।विधायक रेखचंद जैन बीते चार साल के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र की अधिकांश ग्राम पंचायतों को विधायक निधि तथा अन्य मदों से कुल 84 टैंकर उपलब्ध करा चुके हैं।

विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी गांवों के ग्रामीणों की प्यास विधायक जैन द्वारा उपलब्ध कराए गए टैंकरों की मदद से बुझाई जा रही में है। संसदीय सचिव रेखचंद जैन की दूरदर्शी सोच एवं सकारात्मक पहल से ऐसा संभव हो पाया है। टैंकर वितरण में दलीय भावना से ऊपर उठकर उनके द्वारा की गई पहल की प्रशंसा करते ग्रामीण नहीं थकते।

ये टैंकर न केवल ग्रामीणों को गर्मी के मौसम में राहत देते रहे हैं, बल्कि विवाह, जन्म-मृत्यु संस्कार में होने वाले कार्यक्रमों में भी काम आ रहे हैं। जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र के अधिकतर गांवों के पास अब अपने टैंकर हैं। बीते पखवाड़े में नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोलेंगे में वहां और आसपास के गांवों के लिए टैंकर प्रदान किए गए।

प्रत्येक गांव में टैंकर दिखने का दावा करते जैन बताते हैं कि विधायक निधि, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण, डीएमएफटी आदि मदों से विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव में पानी टैंकर पहुंचाने की योजना है। पानी की अहमियत शहर क्या गांव सभी के निवासियों में समान रूप से है। सुख-दुख में इनकी जरूरत सभी को होती है।

इन बातों को ध्यान में रखकर 2018 में चुनाव जीतने के बाद से लक्ष्य बनाकर विधायक रेखाचंद जैन जुटे हुए हैं। चार साल में उन्होंने जगदलपुर विकासखंड के 60 तथा विधानसभा क्षेत्र में सम्मिलित दरभा विकासखंड की 16 पंचायतों में टैंकर पहुंचाने का पुनीत कार्य किया है।

वर्ष 2020 व 2021 में आए कोरोना की दो लहरों का प्रतिकूल असर अन्य कार्यों की तरह टैंकर वितरण पर भी पड़ा। हालांकि इन दो सालों में विधायक रेखचंद जैन ने गांवों बोर खनन खूब करवाया। वे कहते हैं कि जहां से भी टैंकर की मांग आई है, उन पंचायतों को टैंकर प्रदान किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकर लोगों की प्यास बुझाने के साथ सुख-दुख कार्यों में भी भरपूर काम आ रहे हैं।

स्वयं बोरिंग गाड़ी लेकर पहुंचे थे गांव

कई गांवों में तो विधायक रेखचंद जैन स्वयं बोरिंग गाड़ी लेकर पहुंचे थे। वे तब तक वहां से नहीं हटे, जब तक कि बोर से पर्याप्त पानी नहीं निकल गया। दो साल पहले जगदलपुर ब्लॉक के कवालीकला में जब विधायक रेखचंद जैन स्वयं बोरिंग गाड़ी लेकर पहुंचे तो गांव वाले भी हतप्रभ रह गए थे।

विधानसभा क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर विधायक जैन शासन -प्रशासन से भिड़ने तक से पीछे नहीं हटते हैं। नल जल योजना की पाइप लाईन विस्तार के लिए अधिकारियों को रोजाना फोन लगाकर निर्देशित करते रहते हैं। गत दिनों उन्होंने पानी पंचायत की पेयजल समस्या को लेकर भी ऐसा ही किया था।

सुख-दुख में काम आते हैं ये टैंकर वीरेंद्र साहनी, कुरंदी के बूटा सिंह, कागढ़ सरपंच सोनमती बघेल, कवालीकाला सरपंच जुगार नाग, सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष लेखन बघेल तो संसदीय सचिव रेखचंद जैन की सभी गांवों को टैंकर प्रदान करने की सोच के मुरीद हैं।

वे कहते हैं कि टैंकर की उपयोगिता के बारे में जितना कहा जाए कम है। इसे एक वाक्य में बयां नहीं किया जा सकता है। विधायक जैन द्वारा उपलब्ध कराए गए टैंकर सुख – दुख दोनों में समान रूप से काम आ रहे हैं। इस काम के लिए पड़ोसी गांव की मदद करने से भी ग्रामीण नहीं चूकते हैं और जरूरत पड़ने पर अपने गांव से टैंकर तुरंत भेज देते हैं। जैन कहते हैं कि विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी पंचायतों में टैंकर दिए जा चुके हैं।

जिन ग्राम पंचायतों से टैंकर की मांग आई उन्हें प्रदान किए गए हैं। साथ ही, बोर खनन भी करवाए गए हैं। क्योंकि पेयजल की आपूर्ति मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जैन कहते हैं कि विधायक चुने जाने के बाद से उन्होंने सतत रूप से इस दिशा में ध्यान दिया है और तब तक वे ऐसा करते रहेंगे, जब तक लोग पानी से जुड़ी शिकायत लेकर उनके पास आते रहेंगे। लगभग सभी गांवों में टैंकर ग्रामीणों की प्यास बुझा रहे हैं।

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