पटवारी भर्ती परीक्षा परिणाम पर रोक : धांधली के आरोप लगने के बाद मुख्यमंत्री ने नियुक्तियां रोकी
कर्मचारी चयन मंडल के समूह-2 के उप समूह 4 के परीक्षा परिणाम पर भी भी रोक
भोपाल। हाल ही में मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित की गई पटवारी भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है। पटवारी भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद कांग्रेस के नेता अरुण यादव ने ग्वालियर स्थित एनआरआई कॉलेज में हुई पटवारी परीक्षा में भारी धांधली का आरोप लगाया है। आरोप लगाते हुए उन्हें एनआरआई कॉलेज से एक हजार टॉपर छात्र निकलने और टॉप टेन में 7 छात्रों के होने का खुलासा किया है। अरुण यादव ने आरोप लगाए कि उक्त कॉलेज बहुजन समाजवादी पार्टी से भाजपा में शामिल हुए विधायक संजू कुशवाह का है। अरुण यादव के बाद पटवारी भर्ती परीक्षा देने वाले हजारों युवक गुरुवार दोपहर इंदौर संभागायुक्त कार्यालय का घेराव कर परीक्षा निरस्त करने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पटवारी परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। कांग्रेेस पार्टी दो दिन से इस मुद्दे पर जमकर हंगामा कर रही है। वहीं कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोतिजत समूह 2 की उप समूह 4 की भर्ती परीक्षा में भी धांधली के आरोप लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार रात करीब नौ बजे ट्वीट कर पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम और समूह 2 उप समूह 4 के परीक्षा परिणाम में रोक लगाने की घोषणा की है।
दिग्विजय ने की सीबीआई जांच की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी ने पटवारी भर्ती घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। दिग्विजय ने पत्र में मांग करते हुए लिखा कि व्यापक गड़बडिय़ों को देखते हुए पटवारी भर्ती प्रक्रिया को इसी स्थिति में रोका जाकर सीबीआई से जांच कराई जाये और अनियमितता कर लाखों रुपयों का लेन-देन करके पटवारी परीक्षा परिणाम प्रभावित करने वालों को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही प्रदेश में सरकारी पदों की भर्ती में हुए इस ‘व्यापम पार्ट 3’ में हुई पटवारी परीक्षा निरस्त कर पारदर्शिता के साथ पुन: ऑफलाईन परीक्षा प्रत्येक जिले में एक ही दिन आयोजित की जाए।
मुख्यमंत्री ने क्या लिखा ट्वीट में
कर्मचारी चयन मंडल द्वारा समूह 2 उप समूह 4 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक सेन्टर के परिणाम पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं। सेन्टर के परिणाम का पुन: परीक्षण किया जाएगा।