बालेंगतोंग में पसरा मातम, पानी से भरे गड्ढे में डूबने से चार साल के मासूम की हुई मौत
जल जीवन मिशन के ठेकेदार ने सोलार स्ट्रक्चर टंकी के लिए 7 फीट गहरा गड्डा खोदकर छोड़ दिया था
सुकमा। जिले के कोंटा में क्रेडा विभाग के सोलार स्ट्रक्चर पानी टंकी निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे की वजह से आदिवासी बच्चे की जान चली गई। मेहता ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम बालेंगतोंग में 4 साल का मुचाकी हूंगा गड्ढे में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
मिली जानकारी अनुसार जल जीवन मिशन योजना के तहत गांव-गांव में पानी पहुंचाने निमार्ण कार्य कराया जा रहा है। ठेकेदार ने सोलार स्ट्रक्चर टंकी के लिए करीब 7 फीट गहरा गड्डा खोदकर छोड़ दिया था। गुरुवार सुबह बच्चे के पिता मुचाकी बंडा पत्नी के साथ रोज ही तरह खेती काम करने बच्चे को घर पर छोड़ कर चले गए। खेती का काम खत्म कर जब 12 बजे पिता लौटते हैं तो बच्चा नहीं मिलता। इसके बाद मृतक का पिता मवेशियों को चराने जंगल की ओर चले जाता है। लेकिन मृतक बच्चे की मां दोपहर करीब 3 बजे जब बच्चे को ढूंढते हुए बोरिंग पानी के लिए जाती है तो वहां पास के गड्ढे में किसी का सिर दिखता है। जिसके बाद महिला चिल्लाकर गांव वालों को बुलाती है। खेलते-खेलते 4 साल के मुचाकी हूंगा की गड्ढे में गिरकर मौत हो चुकी थी। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
जल जीवन मिशन के काम पर लगे लक्ष्मी कंस्ट्रकशन कंपनी के जेसीबी ड्राइवर ने बताया कि बालेंगतोंग में जुलाई में गड्ढा खोदा गया था, लेकिन बरसात ज्यादा होने से कार्य को आगे नहीं बढ़ाया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि करीब 22 फीट लंबा, 13 चौड़ा और 7 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था जिसमें गिरकर बच्चे की मौत हो गई।