दस हजार ब्लड डोनेट पूरा होने पर मरीजों को किया गया फल वितरण
कोया ब्लड बैंक का संचालन 2005 से हेल्थ एवं ब्लड डोनर विंग के माध्यम से किया जा रहा
चारामा। ब्लॉक मुख्यालय रानी दुर्गावती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चारामा में कोया ब्लड बैंक के 10,000 यूनिट रक्तदान पूर्ण होने के अवसर पर गोंडवाना समाज युवा प्रभाग, कर्मचारी संघ के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चारामा में मरीजों को फल एवं स्वल्पाहार वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सेनापति अश्वनी कांगे ने जानकारी देते हुए कहा कि KBKS कोया ब्लड बैंक का संचालन सन् 2005 से हेल्थ एवं ब्लड डोनर विंग के माध्यम से किया जा रहा है। इस समूह के संचालन में शूरूवाती दौर में महज़ 10-15 लोग जुड़े हुए थे किंतु धीरे धीरे समूह का विस्तार हुआ और यह छत्तीसगढ से बाहर अन्य राज्यों में फैलने लगा। आज दिनांक तक लगभग 8000 से अधिक लोग जुड़े हुये हैं, जिनके माध्यम से प्रत्येक दिन ज़रूरत मंद लोगों को रक्तदान किया जाता है। लगभग 10000 से भी ज़्यादा यूनिट रक्तदान किया जा चुका है। समय समय पर विभिन्न स्वास्थ शिविर का भी आयोजन इस समूह के माध्यम से किया जाता है, साथ ही स्वाथ्य परीक्षण भी कराया जाता है।
कांकेर से सर्वाधिक रक्तदाता हैं इसके साथ ही अन्य जिले बालोद, धमतरी, कोण्डागाँव, सुकमा , दंतेवाडा, महासमुंद , बस्तर, गरियाबंद, बलौदाबाज़ार, सरगुज़ा, गोरेला पेंड्रा, मारवाही, नारायणपुर के आलावा मध्यप्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र के रक्तदाता शामिल हैं।
कोया ब्लड ग्रुप बनाने का उद्देश्य
आज हर बड़े अस्पतालों के बाहर मरीजों के रिश्तेदारों को ब्लड के लिए इधर उधर भटकते हुए देखते हैं विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गरीब परिवारों को, इन मरीजों का शहरों में कोई परिचित के भी नहीं होने से सही समय पर ब्लड की व्यवस्था करना बहुत ही दिक्कत हो जाता है। इससे हर वर्ष हजारों मरीजों की जान चले जाती है इन्ही गंभीर समस्याओं को देखकर सन् 2005 में कांकेर जिले के एक छोटे से चारामा विकास खंड के ग्राम कुर्रूटोला से निकला यह विचार कुछ युवा साथियों के सहयोग से कोया ब्लड बैंक की संकल्पना की थी जिसमें अश्वनी कांगे, हरिश्चंद्र कांगे, गौतम कुंजाम जैसे युवा शामिल थे। उनका सोच था कि यदि हर गांव के हर परिवार, हर समुदाय के युवाओं के ब्लड ग्रुप का डाटा तैयार रहना चाहिए। जिससे आपातकालीन के समय पहले हम अपने आसपास के, परिवार के व गाँव के ही युवाओं को रक्तदान करने के लिए प्रेरित करें इससे ब्लड के लिए भटकने की जरूरत नहीं होगी ।
सन् 2005 से शुरू इस पुनित उद्देश्य के साथ आज हजारों युवा साथी इस मुहीम से जुड़ कर सतत् रक्तदान कर रहे हैं। सन् 2019 के कोरोना काल के बाद कोया ब्लड बैंक के रक्तदाताओं का डिजिटल डाटा संग्रह कर रहे हैं। 2019 से अब तक 10000 से अधिक यूनिट रक्तदान कर चूके है।
इस अवसर पर डॉ. लखन जुर्री खंड चिकित्सा अधिकारी, जीआर मंडावी, वीरेंद्र कांगे, सुरेंद्र दर्रो, देवप्रसाद जुर्री, नमिता ठाकुर सरपंच ग्राम मयाना, कौशल जुर्री, आजूराम केमरो, हरिश्चंद कांगे, महत्तम जुर्री, हितेश शोरी, ब्लॉक अध्यक्ष युवा प्रभाग असवन कुंजाम, उपाध्यक्ष देवेंद्र मंडावी, सचिव देवेंद्र दर्रो, उमेश शोरी, लखेश्वर नेताम, डोमेंद्र सेवता, घासी जुर्री, प्रदीप नेताम, निशु नेताम, लता मंडावी, कविता नेताम, दीपिका सलाम, काजल नरेटी, विनय जुर्री, चंपा मरकाम, स्वास्थ्य कर्मचारी, समाज के लोग मौजूद थे।