छत्तीसगढ

विशेष आवश्यक वाले बच्चों में बहुत हिम्मत होती है जो संघर्ष कर दुनिया के लिए बनते है उदाहरण-कलेक्टर विजय दयाराम के. कलेक्टर शासकीय दृष्टि,श्रवण एवं अस्थि बाधित विद्यालय में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव में हुए शामिल

विशेष आवश्यक वाले बच्चों में बहुत हिम्मत होती है जो संघर्ष कर दुनिया के लिए बनते है उदाहरण-कलेक्टर विजय दयाराम के. कलेक्टर शासकीय दृष्टि,श्रवण एवं अस्थि बाधित विद्यालय में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव में हुए शामिल

जगदलपुर :- कलेक्टर विजय दयाराम के. आड़ावाल स्थित शासकीय दृष्टि,श्रवण एवं अस्थि बाधित विद्यालय में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव में शामिल हुए।

संस्था में नव प्रवेशी बच्चों को संबोधित करते हुए कलेक्टर विजय ने कहा कि विशेष आवश्यक वाले बच्चों में बहुत हिम्मत होती है जो जीवन में हमेशा संघर्ष कर दुनिया के सामने मिसाल बनकर आते है जो सराहनीय है।

द्विव्यांगता के बावजूद बहुत से ऐसे उदाहरण है,जिन्होंने हौसला से बड़े-बड़े पदो तक पहुंचे है। उन्होंने अपने 2014 बैज में पहली रेंक हासिल करने वाली आईएएस इरा सिंघल का उल्लेख किए।

वर्तमान में द्विव्यांग बच्चे भी सक्षम व्यक्ति के समान चैलेज का सामना कर सकते है। इन चैलेंज के बावजूद कोई एक व्यक्ति भी सफलता की सीढ़ी चढ़ता है तो दूसरे लोगों के लिए एक उदाहरण बनता है। फिर उससे प्रेरणा लेकर अन्य भी प्रोत्साहित होते है।

शासन-प्रशासन के द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए कई प्रयास किए जा रहे है। सभी संस्था में अच्छी शिक्षा लेकर भविष्य को बेहतर करें।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रकाश सर्वे ने कहा कि इस शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में आना एक अलग अनुभव और खुशी है। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को सामान्य बच्चों से अधिक चैलेंज का सामना करना पड़ता है इसको ध्यान में रखकर सरकार ने दिव्यांग बच्चों के विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है।

साथ ही जिला प्रशासन द्वारा भी आवश्यक सहयोग की जा रही है। संस्था से जुड़े शिक्षकों ने साधना के साथ विशेष आवश्यकता वाले बच्चों शिक्षित कर रहे है ये बहुत सराहनीय है। इस संस्था के बच्चे ने जिला व राज्य स्तर पर बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया इसके लिए बधाई और शुभकामनाएं।

सक्षम संस्था के राजीव रजुरी ने कहा कि इस संस्था के सहयोग दिव्यांग बच्चों की सेवा करने का अवसर मिला। वर्तमान में टेक्नोलाॅजी के माध्यम से विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाई की जा रही है।

व्यक्ति विशेष की आवश्यकता के आधार पर विशेष कार्य कर बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। दिव्यांग बच्चों को रोजगार के लिए मिले अवसर का जरूर लाभ लें।

कार्यक्रम में नव प्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर स्वागत करते हुए शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया। इस अवसर पर बच्चों ने अपने हाथ से बनाए कलाकृति को कलेक्टर को भेंट दिए। परिसर में कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत और जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनिता पोयाम ने बच्चों के साथ पौधारोपण भी किया और स्वच्छता के लिए शपथ भी लिया गया।

इसके उपरांत कलेक्टर ने अस्थि बाधित केंद्र का निरीक्षण किया और बच्चों से मुलाकात किए। इस दौरान संघकरमरी के कमल साय से मिले जिसे कुछ दिन पहले कलेक्टर के पहल पर दिव्यांग संस्था में भर्ती करवाकर कक्षा 6वीं में शिक्षा दिलवाया जा रहा है।

कलेक्टर ने संस्था के अधिकारियों से कमल साय के स्वास्थ्य संबंधित चर्चा किए। उन्होंने परिसर में बच्चों के लिए खेल मैदान को विकसित करने तथा ड्राइंग टीचर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर जनपद पंचायत के सीईओ गौतम पाटिल, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक वैशाली मरडवाल सहित संस्था के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों ने माँ सरस्वती की मूर्ति पर पूजा अर्चना की और लुईबेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया इस दौरान दिव्यांग बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति भी दी।

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