आशा, ऊषा कार्यकर्ता बनेंगी लाड़ली बहना, मानदेय तीन गुना बढ़ा
भोपाल। प्रदेश के कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों को वेतन-भत्ते बढ़ाने की सौगातें देने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब आशा और ऊषा कार्यकर्ताओं और अशा पर्यवेक्षकों को बड़ी सौगात दी हैं। भोपाल में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान ने आशा और ऊषा कार्यकर्ताओं का मानदेय तीन बढ़ाकर 6 हजार रुपए प्रतिमाह कर दिया है। अभी तक इन्हें दो हजार रुपए प्रतिमाह मिल रहा था। आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं को लाड़ली बहना योजना में शामिल करने और सेवानिवृत्ति की आयु सीमा भी 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष करने की घोषणा की है।
आशा और ऊषा कार्यकर्ताओं का प्रति वर्ष एक हजार रुपए मानदेय बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि अब सेवानिवृत्ति पर एक लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बहुत सारे काम मेरी आशा बहनों के जिम्मे हैं। कोविड काल में हमारी आशा और ऊषा बहनों ने अपनी जान हथेली पर रखकर दूसरों की जिंदगी बचाने का काम किया, बहनों को प्रणाम।
मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाए
- आशा, ऊषा बहनें और आशा पर्यवेक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष की जाएगी।
- आशा कार्यकर्ता और पर्यवेक्षकों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा।
- प्रत्येक आशा और ऊषा बहनों को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में सम्मिलित किया जाएगा।
- आशा पर्यवेक्षकों का मानदेय बढ़ाकर 13,500 रुपए किया जाएगा।
- आशा पर्यवेक्षकों के मानदेय में प्रतिवर्ष बढ़ोत्तरी की जाएगी।
- आशा, ऊषा बहनों का मानदेय 2 हजार से बढ़ाकर 6 हजार किया जाएगा।
- आशा, ऊषा बहनों को मिलने वाले मानदेय में प्रतिवर्ष 1000 रुपए की वृद्धि की जाएगी।
- आशा, ऊषा बहनों तथा आशा पर्यवेक्षकों को सेवानिवृत्ति के बाद एक लाख दिए जाएंगे।
- आशा, ऊषा बहनों तथा आशा पर्यवेक्षकों को 5 लाख रुपए का चिकित्सा तथा दुर्घटना बीमा करवाकर दिया जाएगा।
- बिना गंभीर लापरवाही के किसी को सेवा से पृथक नहीं किया जाएगा।
- आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा।