टेलीफ्राॅड के मामले में बस्तर पुलिस की बड़ी कार्यवाही…….
टेलीफ्राॅड के मामले में बस्तर पुलिस की बड़ी कार्यवाही।
जगदलपुर : टेलीफ्राॅड के आरोपियों पर सायबर सेल एवं थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही।
दो अलग-अलग मामलों अपराध क्र. 57/2023 एवं 10/2023 में आरोपियों को क्रमश: पालाजोरी जिला देवघर (झारखण्ड) एवं सारठ जिला देवघर (झारखण्ड) से किया गया गिरफ्तार।
दोनो अपराध 57/2023 एवं 10/2023 में क्रमश: 68,484 रू. तथा 50,700 रू. की ठगी की गई थी।
आरोपीगण मूलतः ग्राम कुमगढ़ा थाना पालाजोरी जिला देवघर (झारखण्ड) एवं जमुनियाटांड थाना सारठ जिला देवघर (झारखण्ड) का निवासी हैं।
आरोपियों से 04 नग एन्ड्रायड मोबाईल, 03 नग कि-पेड मोबाईल, 09 नग सिम कार्ड, 01 नग ब्लुटूथ, 10 नग विभिन्न बैंको का एटीएम कार्ड, 02 नग पासबुक, 01 नग चेक बुक, 01 नग पेन कार्ड, 01 पावर बैंक, 01 नग आधार कार्ड एवं नगदी-51,000 रू. जप्त किया गया।
नाम आरोपी :-
1. कलीम अंसारी पिता महरू मिया उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम कुमगढ़ा पोस्ट सगराजोर थाना पालाजोरी जिला देवघर (झारखण्ड)
2. दिवाकर यादव पिता सुरेश महतो उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम जमुनियाटांड थाना सारठ जिला देवघर (झारखण्ड)
उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के नेतृत्व में बस्तर पुलिस के द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही की जा रही है।
टेलीफ्राड के मामले में उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा के द्वारा रूचि लेकर वृहद पैमाने पर विशेष अभियान चलाकर आरोपियों की पतासाजी, धरपकड़ एवं विवेचना की जा रही है।
इसी तारतम्य में थाना कोतवाली के अपराध क्र. 57/2023 में प्रार्थी से कुल 68,484 रू. तथा अपराध क्र. 10/2023 में प्रार्थी से 50,700 रू. की ठगी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
विदित हो कि बस्तर जिले में टेलीफ्राड के बढ़ते मामलों को देखते हुये उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा, अति0 पुलिस अधीक्षक नवेदिता पाॅल, नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार (भा.पु.से.) के मार्ग दर्शन व गीतिका साहू उप पुलिस अधीक्षक, सायबर सेल के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर आपराधिक प्रकरणों का अनुसंधान किया जा रहा है।
केस (1)-
प्रार्थी राहुल कुमार उम्र 32 वर्श निवासी खमतराई जिला रायपुर, हाल- हाटकचोरा जगदलपुर द्वारा एनर्जी मैनेजर एण्ड आडिटर एक्जाॅम में बैठने हेतु फार्म भरा गया था
जिसके लिए उसने क्रेडिट कार्ड से 6000 रू. पेमेन्ट किया किन्तु फार्म सबमिट नहीं होने व कार्ड से बैलेंस कट जाने से पैसे वापस प्राप्त करने के लिए कस्टमर केयर नंबर सर्च कर काॅल किया जिन्होने प्रति उत्तर में काॅल कर स्वयं को एस.बी.आई. कस्टमर केयर कर्मचारी बताकर कटे हुए
पैसे वापस दिलाने का भरोसा दिलाकर क्रेडिट कार्ड नंबर, मोबाईल पर आये ओटीपी नंबर, बैक एकाउण्ट नंबर तथा एनी डेस्क एप्प डाउनलोड कराकर कुल 68,484 रू. की ठगी किये जाने की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में दिनांक 16.02.2023 को अपराध क्र. 57/2023 धारा 420 भादवि. 66(सी,डी) आई.टी. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान उपलब्ध मोबाईल नं0 के तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी का देवघर (झारखण्ड) में होने की जानकारी मिलने पर निरीक्षक दिनेश यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर झारखण्ड रवाना किया गया था। टीम द्वारा सायबर सेल के मदद से आरोपी को सगराजोर थाना पालाजोरी जिला देवघर (झारखण्ड) में घेराबंदी कर पकड़ा,
जिससे पूछताछ करने पर अपना नाम कलीम अंसारी पिता महरू मिया उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम कुमगढ़ा जिला देवघर (झारखण्ड) होना बताया एवं पूर्व में प्रार्थी से एस.बी.आई. कस्टमर केयर कर्मचारी बताकर खाते संबंधी विभिन्न जानकारी एवं एनी डेस्क एप्प डाउनलोड कराकर कुल 68,484 रू. का ठगी करना स्वीकार किया।
आरोपी को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड लेकर बस्तर लाया गया जिसे न्यायिक रिमांड पर मान0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
आरोपी से जप्त संपत्ति :-
(1) 01 नग विवो कंपनी का एन्ड्रायड मोबाईल जिसमें 02 नग सिम लगा हुआ। (2) 03-03 नग कि-पेड मोबाईल एवं सिम कार्ड । (3) 01 नग ब्लुटूथ, (4) 06 नग विभिन्न बैंको का एटीएम कार्ड, (5) 01 नग पासबुक
तरीका वारदात – आरोपी द्वारा फर्जी कस्टमर केयर नंबर को संबंधित प्लेटफाॅर्म में अपलोड कर उसके माध्यम से संपर्क कर स्वयं को एस.बी.आई कस्टमर केयर कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड से कटे पैसे वापस दिलाने का प्रार्थी को झांसा देकर क्रेडिट कार्ड नंबर, मोबाईल पर आये ओटीपी, बैक एकाउण्ट नंबर तथा एनी डेस्क एप्प डाउनलोड कराकर अलग-अलग किस्तो में कुल 68,484 रू. की ठगी की गई।
केस (2)-
प्रार्थिया शकुन्तला नाग उम्र 29 वर्ष निवासी हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी जगदलपुर के द्वारा फेसबुक में दिखे साईट treamoda.in से आर्डर किये सामान के रिटर्न हेतु कस्टमर केयर नंबर सर्च कर व्हाटसअप काॅलिंग एवं मैसेज द्वारा संपर्क करते हुए अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेंजे गये
लिंक को क्लिक एवं Alpemix एप डाउनलोड कराने पर बैंक खाते से 50,700 रू. की ठगी की सूचना पर थाना कोतवाली में अपराध क्र. 10/2023 धारा 420 भादवि. 66(डी) आई.टी. एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान उपलब्ध मोबाईल नं0 के तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी का देवघर में होने की जानकारी मिलने पर निरीक्षक दिनेश यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर झारखण्ड रवाना किया गया था। टीम द्वारा सायबर सेल के मदद से आरोपी को सारठ जिला देवघर (झारखण्ड) में घेराबंदी कर पकड़ा,
जिससे पूछताछ करने पर अपना नाम दिवाकर यादव पिता सुरेश महतो उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम जमुनियाटांड थाना सारठ जिला देवघर (झारखण्ड) होना बताया, जिसे पूछताछ करने पर पूर्व में प्रार्थिया से 50,700 रू. ठगी करना स्वीकार किया। जिसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर मान0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
तरीका वारदात – आरोपी द्वारा फर्जी साईट एवं कस्टमर केयर नंबर फेसबुक के माध्यम से उपलब्ध कराकर स्वयं को कस्टमर केयर कर्मचारी बताते हुए सामान रिटर्न कराने के नाम पर व्हाट्सअप के माध्यम से संपर्क करते हुए प्रार्थिया से अज्ञात लिंक एवं रिमोट एक्सेसिंग डाउनलोड कराकर बैंक खाता का दुरूपयोग करते हुए 50,700 रू. की ठगी किया गया।
आरोपी से जप्त संपत्ति :-
(1) 03 नग एन्ड्रायड मोबाईल, (2) 04 नग सिम कार्ड, (3) 04 नग विभिन्न बैंको का एटीएम कार्ड, (4) 01 नग पासबुक, (5) 01 नग चेक बुक, (6) 01 नग पेन कार्ड, (7) 01 नग पावर बैंक, (8) 01 नग आधार कार्ड एवं (9) नगदी-51,000 रू.
महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले अधिकारी/कर्मचारी :-
निरीक्षक- दिनेश यादव, अमित शुक्ला
उपनिरीक्षक- संजय वट्टी
सउनि. – डी.डी. सिंह
प्र0आर0- प्रकाश मनहर
आर0- थनेन्द्र सिन्हा, गौतम सिन्हा, धर्मेन्द्र ठाकुर, नवलेश कश्यप, राकेश कश्यप
सायबर फ्राॅड से बचाव हेतु बस्तर पुलिस की अपील :-
1.गूगल या अन्य प्लेट फाॅर्म में उपलब्ध कस्टमर केयर नंबर का प्रयोग करने के पहले उसकी जाॅच कर लेवें।
2. अनजान व्यक्ति से बैंक एकाउण्ट डिटेल तथा ओ.टी.पी./एम.पिन आदि महत्वपूर्ण जानकारी शेयर न करें।
3. अपने मोबाईल में डाटा प्रोटेक्शन हेतु एंटी वायरस अवश्य डलवायें और समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।
4. एटीएम ब्लाॅक करने/केवाईसी अपडेट कराने/खाता को आधार से लिंक कराने एवं सिम अपडेट करने के नाम पर आनलाईन ठगी किया जाता है, ऐसे फोन काॅल से सावधान रहें।
5. रिमोट एक्सेसिंग एप, लिंक या अन्य माध्यम से डाउनलोड कराकर मोबाईल बैंकिंग से न्यूनतम राशि का आहरण कराकर ठगी किया जाता है, ऐसे आहरण से बचे।
6. सायबर ठगी के संबंध में शासन के वेबसाईट एनसीसीआर पोर्टल एवं टोल फ्री नंबर-1930 पर अपनी शिकायत कहीं पर भी दर्ज करवा सकते है।