मध्यप्रदेश

नगर निगम परिषद की बैठक में अंदर कांग्रेस पार्षद, बाहर कार्यकर्ताओं का हंगामा, इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी

भोपाल। नगर निगम परिषद की बैठक भारी हंगामेदार रही। सोमवार सुबह 11 बजे बैठक शुरू होते ही कांग्रेस पार्षदों ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा नगर निगम पर लगाए गए एक करोड़ के जुर्माने को दोषी अधकारियों से वसूली को लेकर जमकर हंगामा किया। नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने आरोप-प्रत्यारोप कर रहे विपक्ष और सत्ता पक्षे के पार्षदों को समझाकर शांत कराया। जैसे-तैसे सदन की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों ने जनहित और भ्रष्टाचार के मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाकर फिर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद विपक्षी पार्षदों ने आसंदी को घेरकर भ्रष्टाचार को लेकर हंगामा किया और संबल योजना में करोड़ों का घोटाला करने वाले नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और राशि वसूल करने का प्रस्ताव पारित करने की मांग की।

जनहित के मुद्दों से भाजपा का कोई सरोकार नहीं

कांग्रेस पार्षदों ने बैठक में एजेंसे के बिंदुओं को लेकर भी जमकर आपत्ति दर्ज कराई है। कांग्रेस पार्षदों का आरोप था कि हमीदिया रोड का नाम बदलकर गुरुनानक मार्ग करने और दो अन्य आवासीय परिसरों के नाम स्व. बाबूलाल गौर और स्व. गौरीशंकर कौशल के नाम पर करने के प्रस्ताव पर हमंागा किया। कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि भाजपा का जनहित और विकास के मुद्दों से कोई सरोकार नहीं रह गया। विकास के नाम पर सिर्फ नामकरण की राजनीति की जा रही है। नामकरण को प्राथमिकता देने और विकास कार्यों पर चर्चा नहीं कराने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्षदों ने पहले सदन में जमकर हंगामा किया, बाद में बहिर्गमन कर गए। इसके बाद सदन ने नामकरण के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है।

जिला कांग्रेस ने कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन

भोपाल के आईएसबीटी स्थित नगर निगम कार्यालय में जब सोमवार को नगर निगम परिषद की बैठक चल रही थी, इसी दरमियान जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप मोनू सक्सेना के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता निगम मुख्यालय के बाहर एकत्रित होकर महापौर के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि महापौर मालती राय नगर की जनता को मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं करा पा रही हैं। शहर में जगह-जगह गंदगी के साथ डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों और भ्रष्टाचार का अंबार लगा है। वहीं शहर के विकास के नाम पर नगर निगम परिषद द्वारा सिर्फ नामकरण किया जा रहा है। ऐसे में नगर निगम परिषद का नाम भी ‘नामकरण परिषद’ कर दिया जाना चाहिए। जिला कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इस आशय के पर्चे भी महापौर कक्ष के दरवाजे और उनके वाहन पर भी चिपका दिए हैं।

बैठक में इन प्रस्तावों को मिली मंजूरी

70 वर्ष पुराने भोपाल टाकीज चौराहे से अल्पना टाकीज तिराहे तक हमीदिया रोड का नाम परिवर्तित कर ‘गुरुनानक मार्ग’, कोकता ट्रांसपोर्ट नगर में प्रधानमंत्री आवासीय परिसर का नाम पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर के नाम पर ‘बाबूलाल गौर आवासीय परिसर’ करने, मालीखेड़ी प्रधानमंत्री आवासीय परिसर का नाम पूर्व विधायक स्व. गौरीशंकर कौशल के नाम पर ‘गौरीशंकर कौशल आवासीय परिसर’ करने के साथ ही मालीखेड़ी दशहरा मैदान का नाम पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर के नाम पर ‘बाबूलाल गौर दशहरा मैदान” करने का प्रस्ताव परिषरद में लाया गया। चर्चा के बाद सभी प्रस्तावों को हरी झंडी मिल गई है।
कांग्रेस इन मुद्दों पर चर्चा कराने अड़ा रहा

कांग्रेस पार्षद परिषद की बैठक में शहर की जल आपूर्ति की व्यवस्था, जल की शुद्धता के मापदंड, पार्षद निधि के प्रस्तावों को बजट आवंटन नहीं होने और जिन प्रस्तावों को बजट आवंटन मिला उनके कार्य शुरू नहीं हो रहे, जैसे मुद्दों पर चर्चा कराने के लिए अड़ा रहा। इसके साथ ही कांग्रेस पार्षदगण निगम के छोटे-छोटे ठेकेदारों का पेमेंट नहीं होने, पार्षद निधि के कार्य प्रभावित होने को लेकर भी चर्चा कराना चाह रहे थे। इसके साथ ही शहर के कई क्षेत्रों की एलईडी लाइट महीनों से खराब होने, कई कॉलोनियों व सड़कों पर स्ट्रीट लाइटें नहीं होने को लेकर भी चर्चा कराने की मांग कर रहे थे, लेकिन चर्चा नहीं हो सकी।

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