बिहार के खगड़िया से गिरफ्तार साइबर ठग ने नवी मुंबई के व्यक्ति से की थी 15 करोड़ की ठगी
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खगड़िया। बिहार के खगड़िया जिले से साइबर मामले में गिरफ्तार 30 वर्षीय सुजीत कुमार के मामले का तार कंबोडिया से भी जुड़ा है। शुक्रवार को मुंबई पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में यह राजफाश हुआ है। सुजीत खगड़िया जिले के महेशखूंट थाना क्षेत्र के नया नगर बन्नी का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी के लिए रविवार को नवी मुंबई के साइबर पुलिस उप निरीक्षक रोहित महेशखूंट थाना पहुंचे। सोमवार को स्थानीय पुलिस के सहयोग से नया नगर बन्नी में छापेमारी कर मदन कुमार के पुत्र सुजीत कुमार को गिरफ्तार किया था। मुंबई पुलिस ने बताया कि सुजीत कुमार के विरुद्ध साइबर थाना नवी मुंबई में मामला दर्ज है, जो साइबर ठगी से संबंधित है।
15 करोड़ की ठगी
जनवरी और अगस्त, 2024 के बीच सुजीत ने ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर नवी मुंबई के एक व्यक्ति को शेयर ट्रेडिंग में निवेश पर आकर्षक रिटर्न का आश्वासन देकर जाल में फंसाया और उससे 14,88,91,665 रुपये की ठगी कर ली। पुलिस ने तकनीकी और खुफिया इनपुट सहित कई सुरागों पर काम किया और बिहार के रहने वाले आरोपित तक पहुंच गई। पूछताछ के दौरान सुजीत ने स्वीकार किया कि जून 2023, जनवरी 24, फरवरी एवं जून 24 में उसने कंबोडिया से कॉल सेंटर के माध्यम से कई भारतीय नागरिकों को निशाना बनाया। साइबर पुलिस ने शिकायत पर नए आपराधिक कोड बीएनएस और आइटी अधिनियम के प्रासंगिक प्रविधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपित से पूछताछ में पता चला कि जून 2023 से जनवरी 2024 और फिर फरवरी 2024 से जून 2024 के बीच वह कंबोडिया में था, जहां उसने कॉल सेंटरों में काम किया और भारतीयों को साइबर धोखाधड़ी में ठगा।
कंबोडिया में सप्लाई करता था भारतीय सिम
वह भारत में सिम कार्ड खरीदता था और उन्हें कंबोडिया में अपने सहयोगियों को सप्लाई करता था। वह कई टेलीग्राम समूहों का सदस्य था और दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र के लोगों से जुड़ा हुआ था। पता चला है कि वह भारत में अन्य सहयोगियों के संपर्क में भी था। सुजीत कुमार का गांव में साधारण मकान है। खपरैल और छत का मकान है। उसके पिता मदन कुमार सिंह प्राइवेट बिजली मिस्त्री और मजदूरी का काम करता है। सुजीत कुछ महीने से गांव में रह रहा था और लोगों से कहता था कि वह कंबोडिया गया था। वहां उसके रुपये-पैसे छिन लिए गए। जान से मारने की धमकी मिली और किसी तरह से वहां से जान बचाकर आया। सुजीत के पिता मदन कुमार सिंह ने बताया कि, उसको नौकरी के लिए जमीन बेचकर पांच लाख रुपये दिए थे।