11 लाख स्मार्ट मीटर के लिए मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने 1213 करोड़ खर्च करेगी सरकार
भोपाल : बिजली कंपनी एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रर विकसित कर रही है। नए तरह के बिजली स्मार्ट मीटर मोबाइल से ऑपरेट होंगे। 5जी कम्युनिकेशन आधारित प्रणाली पर ये डाटा रिकॉर्ड करेंगे। मोबाइल से इनका संचालन हो पाएगा। रियल टाइम डाटा आप कभी भी ले पाएंगे। एडवांस मीटरिंग सिस्टम से बिजली व मीटर संबंधी शिकायतें 50 फीसदी तक घटने की उम्मीद की जा रही है। इस साल आखिर तक शहर में स्मार्ट मीटर स्थापना शुरू हो जाएगी।
1213 करोड़ रुपए का स्ट्रक्चर
स्मार्ट मीटर के लिए ये एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रर जरूरी है। इसके लिए मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी एजेंसी तय कर रही है। कंपनी ने 1213 करोड़ रुपए का बड़ा बजट तय किया है। भोपाल समेत कंपनी क्षेत्र में करीब 11 लाख स्मार्ट मीटर स्थापित होंगे।
देशी कंपनी को काम देने बदली शर्ते
मीटरिंग समेत बिजली उपकरण क्षेत्र में चाइनीज कंपनियों का बोलबाला है। इसमें अब भारतीय कंपनियों को प्राथमिकता की कोशिश की जा रही है। इसके लिए कंपनी का सालाना टर्न ओवर 325 करोड़ रुपए से घटाकर 279 करोड़ रुपए किया गया है। इससे अधिकतम भारतीय कंपनियां बिडिंग में भागीदारी करने की संभावना है।
भोपाल में पश्चिम छोड़ सभी दिशाओं में स्मार्ट मीटर
भोपाल में स्मार्ट मीटर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भोपाल सिटी उत्तर, दक्षिण, पूर्व व कोलार डिविजन को चुना गया है। इसमें पश्चिम डिविजन नहीं है। नर्मदापुरम रोड से लेकर साकेत नगर और भेल के क्षेत्रों तक फिलहाल इसका लाभ नहीं मिलेगा। पुराने शहर से लेकर कोलार तक मीटर स्थापित होंगे।
स्मार्ट मीटर
- छह नंबर डिजिट के आउटर व इनर लॉकिंग सिस्टम होंगे
- 5 जी कम्युनिकेशन तकनीक से युक्त मीटर की बात
- बिहेवियर एलालिसिस व यूजेस पैटर्न ये एआई के माध्यम से करेगा
- वॉल्टेज की अनियमितता को भी ये दर्ज करेगा
- करंट को बायपास किया गया तो भी मीटर में रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा
- बिजली गुल का समय और तारीख भी ये रिकॉर्ड करेगा
- यदि ओवरलोड की स्थिति होगी तो ये दर्ज करेगा
नोट- मोबाइल से ऑपरेटेड होने के साथ ही ये खासियत भी रहेगी।
जीएस मिश्रा, एमडी, बिजली कंपनी का कहना है कि, एडवांस मीटरिंग इंफ्रास्ट्रर के तहत सॉफ्टवेयर से लेकर मीटरिंग सिस्टम से जुड़े तमाम मामलों में बदलाव होंगे। ये एक बेहतर और पारदर्शी सिस्टम है।