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Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े संभाग पर बीजेपी की नजर, पीएम मोदी दूसरी बार कर रहे हैं दौरा, जानें पूरा समीकरण

RASHTRAVADI NEWS ELECTION UPDATE


Chhattisgarh Politics: बिलासपुर संभाग में कुल 25 विधानसभा सीटें हैं. यही वजह है कि सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर इस संभाग पर टिकी हुई है. पीएम मोदी यहां लगातार दूसरी बार पहुंच रहे हैं.

Chhattisgarh Election 2023 News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा के पहले बीजेपी ने चुनावी अभियान तेज कर दिया है. पिछले 20 दिनों में बीजेपी ने प्रदेश के 90 विधानसभा सीटों से होकर बीजेपी की परिवर्तन यात्रा गुजरी.

इस यात्रा का शनिवार (30 सितंबर) को बिलासपुर में समापन होने वाला है. इसमें शामिल होने के लिए पीएम मोदी 30 सितंबर को छत्तीसगढ़ आ रहे है. बीते 16 दिनों के अंदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार छत्तीसगढ़ आयेंगे. उनके इस दौरे को सियासी नजर से काफी खास माना जा रहा है.

दरअसल, पीएम मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे के एक दिन पहले पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रायपुर में पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं के साथ बैठक की. 28 सितंबर को 6 घंटे तक चली मैराथन बैठक में पीएम मोदी के दौरे को तैयारियों की समीक्षा की गई है.

बंद कमरे में विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीतियों पर गहन मंथन किया गया. बीजेपी की परिवर्तन यात्रा शनिवार को पीएम मोदी की मौजूदगी में समाप्त होगी. चुनाव में आगे बीजेपी की क्या रणनीति होगी? इस पर भी बैठक में निर्णय लिए गया.

गृहमंत्री शाह ने रायपुर में की मैराथन बैठक
गुरुवार (28 सितंबर) को दोपहर 1 बजे से देर रात तक अमित शाह ने बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में लंबी बैठक की. इसमें सबसे प्रमुख पीएम मोदी की बिलासपुर में चुनावी सभा को लेकर रणनीति बनाई गई है. पीएम मोदी 16 दिन में दूसरी बार छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं.

दिलचस्प बात ये कि छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े संभाग बिलासपुर में दूसरी बार पीएम मोदी आ रहे हैं. इससे पहले 14 सितंबर को पीएम मोदी बिलासपुर संभाग के रायगढ़ जिले में चुनावी शंखनाद कर चुके हैं. वहीं 7 जुलाई को राजधानी रायपुर में पीएम मोदी ने चुनावी अभियान का आगाज किया था.

क्या है बिलासपुर संभाग का समीकरण?

छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा संभाग बिलासपुर है. जहां 8 जिलों में 25 विधानसभा सीटें आती हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी कांग्रेस से पीछे रह गई थी. 25 में से कांग्रेस को 14 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि बीजेपी को 7, पूर्व सीएम अजित जोगी की पार्टी को एक और बीएसपी को दो सीटों पर कामयाबी मिली थी. जोगी कांग्रेस से अलग हुए धर्मजीत सिंह अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

इस लिहाज से बीजेपी बिलासपुर संभाग में अपनी स्थिति बेहतर करने में पूरी ताकत झोंक रही है. इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और पूर्व आईएएस ओपी चौधरी भी इसी संभाग से आते हैं. इसलिए बीजेपी के बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी है.

बिलासपुर संभाग में ये नेता भी कर चुके हैं दौरा
पीएम मोदी से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी बिलासपुर संभाग में चुनावी सभा कर चुके हैं. माना जाता है कि छत्तीसगढ़ के सीएम पद की कुर्सी बिलासपुर से होकर गुजरती है,

यही वजह है कि सभी पार्टियों की नजर इस संभाग पर टिकी हुई हैं. 25 सितंबर को राहुल गांधी ने बिलासपुर में बड़ी सभा को संबोधित किया है और छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर चुके हैं. वहीं बीजेपी की परिवर्तन यात्रा आराध्य देवी महामाया माता के चरणों में जा रही है.

बीजेपी की परिवर्तन यात्रा का यहां होगा समापन 
बता दें, बीजेपी की दो परिवर्तन यात्रा निकाली गई है. 12 सितंबर को दंतेश्वरी मंदिर में बस्तर संभाग, दुर्ग और रायपुर संभाग से गुजर कर बिलासपुर पहुंची है. वहीं 15 सितंबर से उत्तरी छत्तीसगढ़ यानि सरगुजा संभाग के जशपुर से दूसरी परिवर्तन यात्रा शुरू हुई है, ये सरगुजा और बिलासपुर संभाग के विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए 30 सितंबर को बिलासपुर के रतनपुर पहुंचने वाली है.

ऐतिहासिक दृष्टिकोण से देखें तो राजा महाराजाओं के जमाने में बिलासपुर का रतनपुर सैकड़ों साल तक छत्तीसगढ़ की राजधानी रही है. कलचुरी राजाओं की नगरी है. अब यही से पीएम मोदी बीजेपी की परिवर्तन यात्रा के समापन के साथ सत्ता परिवर्तन का शंखनाद करने जा रही है.

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