पूर्व केंद्रीय मंत्री सरताज सिंह का निधन, भोपाल में ली अंतिम सांस
Bhopal News: पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश सराकर में मंत्री रहे भाजपा नेता सरताज सिंह का गुरुवार को 83 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने भोपाल में अंतिम सांस ली। सरताज सिंह 5 बार सांसद और दो विधायक बार विधायक रहे हैं।अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में वे केन्द्रीय मंत्री भी रहे थे। वे लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे।
सरताज सिंह को लोग बाबू जी के नाम से पहचाने जाते थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में उनकी परंपरागत सीट सिवनी मालवा से टिकट न मिलने के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर नर्मदापुरम सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन अपने शिष्य और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा से उन्हें हार मिली थी। बाद में उन्होंने फिर कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद सरताज सिंह का परिवार इटारसी आकर बस गया था। पहली बार 1971 में सरताज सिंह इटारसी नगर पालिका के कार्यवाहक नगर पालिका अध्यक्ष बने थे। वे अटल बिहारी वापजेयी की 13 दिन की सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे. 2008 से 2016 तक मप्र सरकार में मंत्री रहे।
5 बार रहे सांसद, 2 बार विधायक
सरताज सिंह 5 बार सांसद व 2 बार विधायक रहे हैं. 1989 से 1996 की अवधि में उन्होंने नर्मदापुरम संसदीय सीट से लगातार तीन बार रामेश्वर नीखरा को हराया, जबकि 1998 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुन सिंह को हराया, जबकि 2004 में भी वे लोकसभा चुनाव विजयी हुए। वे दो बार विधायक रहे। 2008 में होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और कांग्रेस प्रत्याशी हजारीलाल रघुवंशी को हराया। 2013 के विधानसभा चुनाव में फिर जीते और मंत्री बने. 2018 का चुनाव में सीतासरण शर्मा से हार गए थे।