छत्तीसगढ

चुनावी विशेष – बस्तर संभाग में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोक रही…

चुनावी विशेष – बस्तर संभाग में भाजपा और कांग्रेस में कांटे की टक्कर वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोक रही…

जगदलपुर : बस्तर संभाग में 12 सीटों में कांग्रेस और भाजपा में बड़ी टक्कर देखने को मिल रही है । इस बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटो में छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री चुनने का पूरा दम रखती है ।

पिछले कई वर्षो यह देखा गया है कि बस्तर संभाग के सभी सीट या तो एक पार्टी का पूरा 12 विधानसभा सीटों में कब्जा होता है या पार्टी पूरी सीट हार जाती है ।

जिसमें बस्तर संभाग में कांग्रेस पार्टी की मुख्य सीट बस्तर एवं कोन्टा को माना जाता है यह दोनों विधानसभा सीट कांग्रेस पार्टी का गण माना जाता है । कोन्टा के मंत्री कवासी लखमा का गढ़ माना जाता है,

जो विधानसभा चुनाव में हैट्रिक लगा चुके है वही बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने भारतीय जनता पार्टी के चाउरवाले बाबा रमन सिंह को के कार्यकाल में भी जीत हासिल कर बस्तर में पकड़ बनाये रखे है ।

बस्तर विधानसभा क्षेत्र में विगत 10 वर्ष के कार्यकाल में बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने बहुत सारे कार्य किये जिसमें कई लोगों को बीमारियों के ईलाज तथा मुख्यमंत्री सहायता कोष से सभी कार्यकर्ताओं को लबरेज किये हुए है और सभी कार्यकर्ता लखेश्वर बघेल के कार्यकाल में मिले सहायता राशि से लबरेज है

जिससे बस्तर की जनता में लखेश्वर बघेल की अच्छी पकड़ है एवं बीहड़ क्षेत्रों में एक अच्छी ख्याती बना चुके है वही पूर्व में भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकाल में कार्यकर्ताओं से रूष्ठ होकर बस्तर में कांग्रेस को जिताया था

बस्तर विधानसभा सीट पूर्व से भारतीय जनता पार्टी का गण माना जाता रहा परन्तु यहां कुछ कार्यकर्ताओं के ओछी रवैय्ये से जनता भी नाराज हुई जिससे डॉ. सुभाऊ कश्यप को अपने पद से हाथ धोना पड़ा ।

वही बस्तर विधानसभा में वर्तमान में मनीराम कश्यप को जो जिला पंचायत उपाध्यक्ष में पदस्थ है और भारतीय जनता पार्टी पूर्व के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी माने जाते है

उन्हें बस्तर विधानसभ चुनाव में नया चहरा भाजपा ने उतारकर पुराने सभी कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है जो वर्तमान में बस्तर विधानसभा क्षेत्र में अपनी पकड़ मजूबत बनाने मेें जुटे हुए है

एवं मोदी सरकर एवं पूर्व में भाजपा सरकार के विकास कार्यो को जनता के सामने रख कर वोट मांगने में जुटे है । भारतीय जनता पार्टी का मुख्य उदेश्य छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार बनाना है ।

इसी डबल इंजन की सरकार में वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी के जितने भी कार्यकर्ता स्वतः स्वंय रिचार्ज होकर युद्ध स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के लिए बस्तर संभाग में में वोट मांगना प्रारंभ कर दिया है ।

वही कांग्रेस की कार्यकर्ता तथा वर्तमान में पूरे कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने के उपरांत भी कांग्रेस में गुटबाजी आज भी यथावत बनी हुई है,

देखने वाली बात यह है कि बस्तर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के कार्यकर्ता है जो जनता के दिल को टटोल रहे है तथा वर्तमान में भूपेश बघेल की सरकार में कई विभिन्न योजनाओं धान खरीदी,

नरवा गरवा बाढ़ी योजना, गोबर खरीदी एवं कई विभिन्न योजनाओं के दम पर वोट मांग रही है ।

किन्तु किसानों को उन्नत तकनीकी से खेती करना तथा किसानों के लिए बीज उपलब्ध कराना जैसे कार्यो में कांग्रेस सरकार पीछे हो गयी है कांग्रेस सरकार किसानो को धान खरीदी में मूल्य बढ़ाने में पूरी तरह से संयोग किया है ।

वही दिखने वाली बात यह है कि सरकार के द्वारा किसानों को फसल उत्पादन के लिए प्रोत्साहन नही किया तथा उन्नत खेती के लिए जो खेती के माध्यम से प्रदर्शन लगाना, किसानों को दवाई,

खाद, बीज, उपलब्ध कराना यह काम वर्तमान में कांग्रेस सरकार के द्वारा नही किया गया इसलिए भाजपा को इसमें फायदा होने की अंदेशा है ।

वही भारतीय जनता पार्टी में डबल इंजन की सरकार बनाने की प्रत्येक कार्यकर्ता एवं मतदाताओं के दिल में घर कर गये है तथा प्रधानमंत्री द्वारा चलाये जा रहे

आवास योजना, नल-जल योजना एवं अन्य कई योजनओं से लोग अत्यधिक प्रभावित हो रहे है भाजपा के कार्यकर्ताओं के द्वारा मोदी के कार्यो की बात को लेकर भारतीय जनता पार्टी प्रचार प्रसार में जुटे हुए है ।

वही देखने वाली बात यह है कि बस्तर विधानसभा में कांग्रेस जो 70 प्रतिशत आगे हुआ करता था वही आज लगभग अब 35 प्रतिशत में आ गया है

वर्तमान में चुनाव में कुछ ही दिन बचे हुए है देखा जाये तो इन दिनों में कायाकल्प होने की पूरी संभावना है ।

परन्तु पूरे पार्टी को जनता के उम्मीद पर खरा उतरे की जरूरत है ।

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