रोजगार संकट झेल रहे हरियाणा को इजरायल से आस, 10,000 स्किल्ड युवाओं की भर्ती के लिए निकाला विज्ञापन…
रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष की आलोचना झेल रही हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार हमास और फिलिस्तीन से जंग लड़ रहे इजरायल को 10,000 कुशल कारीगरों और युवा कर्मचारी उपलब्ध कराएगी। इ
सके लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) ने शुक्रवार को एक विज्ञापन जारी किया है। विज्ञापन के मुताबिक, जो लोग 10वीं पास हैं और तकनीकि ज्ञान से लैस हैं उनकी कुशल श्रमिक के तौर पर भर्ती की जाएगी।
बता दें कि हमास से जंग लड़ रहे इजरायल में निर्माण क्षेत्र में मैनपावर की बड़ी कमी है।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम की विज्ञापन शर्तों के अनुसार, आवेदकों की उम्र 25 से 54 साल के बीच होनी चाहिए। उन्हें संबंधित काम का तीन साल का कार्य अनुभव भी होना चाहिए।
विज्ञापन के अनुसार, भर्ती किए गए कर्मचारियों को 6100 NIS (इजरायली मुद्रा) यानी लगभग 1.34 लाख रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा। एक NIS 22 रुपये के बराबर है।
विज्ञापन की शर्तों के मुताबिक, उम्मीदवारों को इंडस्ट्रियलाइज्ड बिल्डिंग फ्रेमवर्क, वुड फ्रेमवर्क, फर्श और दीवारों की सिरेमिक टाइलिंग, पलस्तर कार्य और आयरन बेल्डिंग का अनुभव होना चाहिए। इन नौकरियों के लिए आवेदन करने वालों को निर्माण योजनाओं को पढ़ने का अच्छा ज्ञान होना भी आवश्यक है।
बता दें कि हमास-इजरायल युद्ध की वजह से करीब 90,000 फिलिस्तीनियों का वर्क परमिट रद्द कर दिया गया है। इस वजह से इजरायल में कुशल कारीगरों की भारी कमी हो गई है। कुछ दिनों पहले ऐसी मीडिया रिपोर्ट आई थी कि इजरायल बिल्डर्स एसोसिएशन कंस्ट्रक्शन कर्मचारियों की उपलब्धता के लिए भारत से बाचतीत कर रहा है।
बड़ी बात यह है कि हरियाणा सरकार की तरफ से यह विज्ञापन तब जारी किया गया है, जब विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने हाल ही में राज्यसभा में कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल के एक सवाल के जवाब में कहा था कि फिलिस्तीनी कर्मचारियों की जगह भारतीय कर्मचारियों को भेजने के बारे में इजरायल सरकार से कोई बातचीत नहीं हुई है।
इससे पहले केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने 20 जुलाई को संसद में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के एक सवाल के जवाब में स्वीकार किया था कि 2014 के बाद से हरियाणा में बेरोजगारी दर 315% बढ़ गई है। एक डाटा के अनुसार जुलाई तक हरियाणा के विभिन्न जिलों में नौकरी तलाश कर रहे पंजीकृत युवाओं की संख्या 5 लाख 43 हजार 874 थी।