छत्तीसगढराज्य

बलौदाबाजार हिंसा की जांच HC के रिटायर्ड जज करेंगे, 3 महीने के भीतर देंगे रिपोर्ट

रायपुर

बलौदाबाजार हिंसा को लेकर छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार फुल एक्शन में है। वहां के तत्कालीन कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार को सस्पेंड करने के बाद फिर एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य शासन ने गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी के अमरगुफा में जैतखाम क्षतिग्रस्त मामले में जांच करायेगी। इसके लिए छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश को जांच अधिकारी बनाया गया है। राज्य शासन ने 6 बिन्दुओं पर जांच के लिए एकल सदस्यीय न्यायिक जांच का आदेश जारी किया है। जांच समिति तीन महीने के भीतर राज्य शासन को रिपोर्ट सौंपेगी।

छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम इस घटना की जांच कर 3 महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को सौंपेंगे। 15 और 16 मई 2024 की रात्रि में बलौदाबाजार जिले के गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमरगुफा में जैतखांभ की क्षतिग्रस्त होने पर मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने गत दिवस बलौदाबाजार में न्यायिक जांच कराये जाने की घोषणा की थी। गृहमंत्री की घोषणा पर राज्य शासन ने कार्यवाही करते हुए आज शुक्रवार को उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी की एकल सदस्यीय टीम घटना की जांच करेंगे। वो तीन महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट राज्य शासन को सौंपेंगे।

इधर, बीजेपी की पांच सदस्यीय जांच टीम गठित
दूसरी ओर बलौदाबाजार घटना को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरणसिंह देव ने पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है। यह कमेटी बलौदाबाजार हिंसा संबंधित स्थान का दौरा करेगी। हिंसा से संबंधित तथ्यों की जांच पड़ताल कर सात दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी। कमेटी में प्रदेश के खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल संयोजक बनाए गए हैं। वहीं खेलकूद मंत्री टंकराम वर्मा, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा, बीजेपी अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय और पूर्व विधायक रंजन साहू सदस्य बनाए गए हैं। 

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