विदेश

खालिस्तानी रेफेंड्रम को लेकर भारत ने कनाडा को फिर चेताया, अलगाववादी गतिविधि को ना दे बढ़ावा…

कनाडा में खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस खालिस्तान के लिए रेफरेंड्रम बनाने की तैयारी में है।

इसके लिए जगह और तारीख भी तय कर दी गई है। आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने खुद घोषणा की है कि कनाडा के एक सरकारी जगह पर 28 जुलाई को रेफरेंड्रम कराने की पूरी तैयारी हो चुकी है।

इसे लेकर भारत ने कनाडा की कड़ी आलोचना की है। भारत ने कनाडा को चेता दिया है कि अपनी धरती पर अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देना बंद कर दे।

भारत ने रेफरेंड्रम का आयोजन पब्लिक जगह पर कराने को लेकर भी अपनी चिंता व्यक्त की है। ओटावा में भारत के उच्चायोग ने देश के विदेश मंत्रालय ग्लोबल अफेयर्स कनाडा को औपचारिक रूप से यह बातें कही है।

इस बीच कैलगरी के कुछ जगहों पर रेफरेंड्रम को लेकर कई पोस्टर लगाए गए थे। रेफरेंड्रम का आयोजन कैलगरी में ही किया जाएगा। कुछ लोगों ने उन पोस्टर पर स्प्रे पेंट कर “इल्लीगल साइन” लिख दिया था।

एसएफजे की तरफ से आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने भी इसकी पुष्टि की है कि कई बैनरों और पोस्टरों को खराब कर दिया गया है।

इन पोस्टरों में तलविंदर सिंह परमार की तस्वीरें भी हैं जिसे 23 जून 1985 को एयर इंडिया की फ्लाइट 182 में बम विस्फोट का मास्टरमाइंड माना जाता है।

इस हमले में 329 लोगों की जान चली गई थी और यह कनाडा के इतिहास में सबसे बड़े आतंकी हमले में से एक है। इन पोस्टरों में SFJ के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर को भी दिखाया गया है।

निज्जर को भारत में आतंकवादी माना जाता था लेकिन कनाडा में उस पर कभी कोई आरोप नहीं लगा। उसकी हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में दूरियां आई हैं।

18 सितंबर 2023 को हाउस ऑफ कॉमन्स में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने विवादास्पद बयान दिया था कि निज्जर की हत्या में भारत का हाथ है।

पहले भी कई बार हो चुका है इस तरह का आयोजन

28 जुलाई को कैलगरी म्यूनिसिपल कॉम्प्लेक्स एट्रियम एंड प्लाजा में रेफरेंड्रम कराया जाएगा। कैलगरी में फिलहाल भारतीय मूल की ज्योति गोंडेक मेयर हैं। पिछली बार इसी तरह के रेफरेंड्रम को ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे में एक सरकारी स्कूल में कराने की योजना बनाई गई थी।

हालांकि पिछले साल 3 सितंबर को रेफरेंड्रम की निर्धारित तिथि से एक सप्ताह पहले सर्रे के डिस्ट्रिक्ट स्कूल बोर्ड के प्रवक्ता ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पैसों की लेन-देन को लेकर स्कूल के सामुदायिक कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।

इसके बाद यह रेफरेंड्रम पिछले साल 10 सितंबर को सर्रे के गुरु नानक सिख गुरुद्वारे में आयोजित किया गया था। उससे पहले 18 सितंबर, 2022 को ग्रेटर टोरंटो एरिया के ब्रैम्पटन में भी इस तरह की वोटिंग कराई गई थी।

भारत ने आरोपों से किया है इनकार

इस बीच SFJ ने बुधवार को वैंकूवर में भारत के दूतावास पर 24 घंटे तक धरना प्रदर्शन भी किया। इसकी वजह वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट थी जिसमें कहा गया था कि दूतावास ने निज्जर की हत्या के लिए मदद मुहैया कराई थी।

इस मामले में कनाडा के अधिकारियों ने चार भारतीय नागरिकों को गिरफ़्तार किया है। लॉ एजेंसियों ने कहा है कि जांच अभी भी जारी है। भारत ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

The post खालिस्तानी रेफेंड्रम को लेकर भारत ने कनाडा को फिर चेताया, अलगाववादी गतिविधि को ना दे बढ़ावा… appeared first on .

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button