मौसम विभाग ने झारखंड के प्रभावित जिलों के लिए जारी किया अलर्ट, पहाड़ों पर हुआ बुरा हाल
झारखंड में आज सुबह 11 बजे से 3 जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। वहीं कुछ अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। किसानों के लिए विशेष चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान आसमानी बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है। बारिश ने पहाड़ों पर लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
झारखंड में भारी बारिश से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज 3 जिलों में भारी बारिश हो सकती है। जमशेदपुर ने इस बार रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे अधिक बारिश दर्ज की है। इस दौरान खुले में जाने से बचने की सलाह दी गई है। कई जगह भारी बारिश से घर में पानी घुस गया है जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है।
इन 3 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
झारखंड के 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जमशेदपुर, गढ़वा और गुमला में भारी बारिश हो सकती है। लोगों से बेवजह बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है। झारखंड में चक्रवात बनने की संभावना भी बढ़ गई है।
स्वर्णरेखा-खरकई खतरे के निशान के करीब
स्वर्णरेखा-खरकई डेंजर जोन के करीब है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने भी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया है। वहीं, नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखीं जा रही है। दिनभर में दो बार रिपोर्ट जारी की जा रही है।
बारिश के कारण पहाड़ों पर बुरा हाल
बारिश के कारण लोहरदगा जिला के पेशरार प्रखंड के सुदूरवर्ती पहाड़ी-ग्रामीण पथ में बिड़नी के समीप पुलिया ध्वस्त हो गया। जिससे कई गांवों का सीधा संपर्क पेशरार प्रखंड से कट गया है। ग्रामीणों को कई किलोमीटर घूम कर जाना पड़ रहा है। जिससे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है। यह पुलिया मध्य विद्यालय बिड़नी से आगे के रास्ते पर है। इस पुलिया के ध्वस्त होने से पुंदाग, बिड़नी, हेंदेहास, हतवल, हुसरु, रोरद, पेशरार आदि का सीधा संपर्क कट गया गया है। पुलिया के ध्वस्त होने से सबसे अधिक परेशानी मध्य विद्यालय बिड़नी के शिक्षकों, विद्यार्थियों, किसानों और ग्रामीणों को हो रही है। काफी तेज बारिश के कारण अचानक से पुलिया ध्वस्त हो गया। इस पुलिया का निर्माण लगभग पांच साल पहले ही कराया गया था। पुलिया के ध्वस्त होने से कई गांव के लोगों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। पेशरार के सुदूरवर्ती गांव के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का यह महत्वपूर्ण पथ है।