भारत में सबसे पहले विलय हुआ भावनगर की रियासत का
अहमदाबाद । भारत को जब अंग्रेजों से स्वतंत्रता मिली। तब भारत में सबसे पहली रियासत भावनगर की थी। जिसने भारत के साथ विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए। स्वतंत्र भारत के इतिहास में भावनगर रियासत के महाराजा कृष्ण कुमार सिंह ने सबसे पहले विलय प्रस्ताव पेश किया।सरदार वल्लभभाई पटेल ने जैसे ही इसकी पहल की। उस पर भावनगर की रियासत ने अपनी सहमति तुरंत दी।
स्वतंत्र भारत में शामिल होने के लिए दो समझौता पत्रों में हस्ताक्षर हुए। पहला समझौता पत्र इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ एक्सेशन और दूसरा स्टैंड डील एग्रीमेंट था। इन दोनों समझौता पत्र में हस्ताक्षर जरुरी थे। भावनगर के राजा कृष्ण कुमार सिंह ने 5 अगस्त 1947 को दोनों समझौता पत्रों में अपने हस्ताक्षर कर सरदार वल्लभभाई पटेल को दे दिए थे। 16 अगस्त 1947 को गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया लॉर्ड माउंटबेटन की इसमें हस्ताक्षर हुए। इस तरह से स्वतंत्र भारत में शामिल होने वाली पहली रियासत के रूप में भावनगर का नाम दर्ज है। भावनगर रियासत शामिल होने के बाद से ही अन्य राजाओं ने अपनी रियासत भारत में शामिल करने के लिए समझौते पत्र में हस्ताक्षर किए।