राजनीतिक

पीएम मोदी ने सीजेआई संग की आरती, राउत ने दे दी नसीहत……महाराष्ट्र सरकार से जुड़े केस से हट जाएं

मुंबई । शिवसेना (यूबीटी) अब भारत के मुख्य न्याधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ और राज्यसभा सांसद नेता संजय राउत ने सीजेआई को शिवसेना से जुड़े मामले से अलग होने की नसीहत तक दे दी है। राउत ने सवाल तब उठाए हैं, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और गणेश पूजा में शामिल हुए थे। इसके अलावा कई वकीलों ने भी इस मीटिंग पर सवाल उठाए। जबकि, भाजपा ने सिर्फ पूजा में शामिल होना करार दिया है।
पीएम मोदी ने इससे जुड़ी तस्वीर भी शेयर की है। पीएम मोदी ने लिखा, सीजेआई न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ जी के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ। भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य प्रदान करें। राउत ने पीएम मोदी के सीजेआई के घर जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, देखिए, यह गणपति जी का त्यौहार है। प्रधानमंत्री अब तक कितने लोगों के घर गए हैं? मुझे जानकारी नहीं है। दिल्ली में कई स्थानों पर गणपति उत्सव मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर पर गए और उन्होंने मुख्य न्यायाधीश ने साथ मिलकर आरती की।
उन्होंने कहा, भगवान के बारे में हमें इतना पता है कि अगर संविधान के रक्षक इस तरह से राजनेताओं से मिलते हैं, तब लोगों को शक होगा। उन्होंने कहा, बीते 3 सालों से एक के बाद एक तारीखें दी जा रही हैं। एक अवैध सरकार चल रही है। उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना को तोड़े जाने पर सवाल उठाए हैं।
राउत ने सीजेआई चंद्रचूड़ को महाराष्ट्र सरकार से जुड़े केस से हटने की सलाह दी है। राउत ने कहा, मुझे ऐसा लगता है कि ऐसी परंपरा है, कि इसतरह मामलों में अगर जज और पार्टी का कोई संबंध होता है, तब वे खुद को केस से अलग कर लेते हैं। अब मुझे लगता है कि चंद्रचूड़ साहब को खुद को इससे अलग कर लेना चाहिए।
शिवसेना (यूबीटी) की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, ठीक है, त्यौहार के बाद उम्मीद है कि सीजेआई महाराष्ट्र पर सुनवाई और महाराष्ट्र में संविधान के अनुच्छेद 10 के उल्लंघन पर सुनवाई को ठीक समझे। अरे, लेकिन चुनाव बस आ ही गए, ये अगले दिन के लिए स्थगित हो सकती है।
वकील प्रशांत भूषण ने भी पीएम मोदी के सीजेआई के आवास पर जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, हैरानी है कि सीजेआई ने निजी मुलाकात के लिए पीएम मोदी को उनके घर आने दिया। इससे न्यायपालिका के लिए बुरे संकेत मिलते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बीएल संतोष ने पीएम मोदी के सीजेआई के आवास पर जाने के विरोधियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, रोना शुरू हो गया!!! इन वामपंथी उदारवादियों के लिए शिष्टाचार, सौहार्द, एकजुटता, देश की यात्रा में सहयात्री, ये सब अभिशाप हैं। यह सामाजिक मिलना-जुलना नहीं था, गणपति पूजा को पचा पाना बहुत मुश्किल है। उन्होंने एडवोकेट इंदिरा जयसिंह पर सवाल उठाए थे। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, गणेश पूजा में शामिल होना कोई अपराध नहीं है। शुभ समारोहों, शादियों, कार्यक्रमों में कई मौकों पर न्यायपालिका और राजनेता मंच साझा करते हैं। लेकिन अगर प्रधानमंत्री सीजेआई के घर पर इसमें शामिल होते हैं, तब उद्धव सेना के सांसद सीजेआई और सुप्रीम कोर्ट की अखंडता पर सवाल उठाते हैं।

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