दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा, नमकीन के पैकेट में छिपा था 2000 करोड़ का ड्रग्स
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को गुरुवार को बड़ी सफलता हाथ लगी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को करीब 2000 करोड़ रुपए कीमत की कोकीन जब्त की है और सबसे बड़ी बात है कि ड्रग्स की खेप को नमकीन में छिपा कर रखा गया था. स्पेशल सेल को इसकी जानकारी मिली और GPS लोकेशन को ट्रैककर छापेमारी मारी और करीब 200 KG कोकीन जब्त करने में सफल रही. एक हफ्ते में दिल्ली पुलिस को दूसरी बड़ी सफलता हाथ लगी है. इसके पहले दिल्ली पुलिस ने 5600 करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी थी और इस मामले में अब तक कुल सात लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है.
GPS की मदद से पुलिस ने जब्त की कोकीन
अधिकारियों ने बताया कि ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ तब हुआ, जब कोकीन ले जाने के लिए इस्तेमाल की गई कार में GPS लगा हुआ था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने अपने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए GPS लोकेशन को ट्रैक किया और ड्रग्स को जब्त कर लिया. सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में कोकीन लाने का आरोपी व्यक्ति लंदन भाग गया है. हाल ही में हुई जब्ती उसी सिंडिकेट से जुड़ी है, जो पिछले मामले में शामिल था, जिसमें करीब 5600 करोड़ रुपए की 560 किलोग्राम से अधिक कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त की गयी थी.
महिपालपुर के गोदाम से जब्त हुआ ड्रग्स
2 अक्टूबर को दक्षिण दिल्ली के महिपालपुर में एक गोदाम से जब्त किया गया था. औरंगजेब सिद्दीकी (23), हिमांशु कुमार (27), तुषार गोयल (40) तथा भरत कुमार जैन (48) नामक चार लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दो अन्य को बाद में चेन्नई और अमृतसर से अरेस्ट किया गया था. एक अन्य व्यक्ति अखलाक को दिन में पहले उत्तर प्रदेश के हापुड़ से गिरफ्तार किया गया. पुलिस के अनुसार, अखलाक उत्तर भारत में ड्रग्स की सप्लाई में मदद किया करता था.
लंदन से संचालित ड्रग्स सिंडिकेट
दिल्ली पुलिस ने भारतीय मूल के दुबई स्थित व्यवसायी वीरेंद्र बसोया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है, जिस पर 5,620 करोड़ रुपये के ड्रग कार्टेल में शामिल होने का संदेह है. जांच में यह पता चला है कि वीरेंद्र बसोया ने लंदन में बैठकर ड्रग्स सिंडिकेट चला रहा है. उसने जिमी सहित दो लोगों को ड्रग्स की खेप के साथ भेजा था. उसमें लंदन से रमेश नगर इलाके में ड्रग्स लेकर आया था और फिलहाल फरार है. पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि ड्रग की पेमेंट क्रिप्टो करंसी USDT में की जाती थी. क्रिप्टो करंसी का भुगतान के लिए इस्तेमाल होता था.