शिक्षा विभाग में रिश्वतखोरी का पर्दाफाश, BPM रंगे हाथों पकड़े गए
मोतिहारी के शिक्षा विभाग में घोटाले और रिश्वतखोरी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. हाल ही में एक जूनियर इंजीनियर (जेई) ने फर्जी मापपत्र (मेजरमेंट बुक) तैयार करके लाखों रुपये का भुगतान करवा दिया था. अब एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें ढाका प्रखंड शिक्षा कार्यालय के दो ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (BPM) रिश्वत लेते हुए दिख रहे हैं. वीडियो में BPM सुमित कुमार एक शिक्षक से रिश्वत का पैसा लेते हुए साफ दिखाई दे रहे हैं, जबकि उनके साथ BPM मोहम्मद फरीद भी वहां बैठे हुए नजर आ रहे हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि ढाका प्रखंड में एक BPM की जगह पर दो BPM की तैनाती की गई है, जबकि पास के पताही प्रखंड में एक भी BPM की पोस्टिंग नहीं हुई है. ढाका के दोनों BPM पर आरोप है कि वे शिक्षकों पर दबाव बनाकर उनसे रिश्वत लेते हैं. कई शिक्षकों ने इस बारे में लिखित शिकायत भी की थी, लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. जब यह मामला जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) संजीव कुमार के संज्ञान में आया, तब जाकर कार्रवाई संभव हो पाई है.
इसके अलावा बता दें कि रिश्वत लेते हुए पकड़े गए BPM सुमित कुमार की सेवा समाप्त कर दी गई है, जबकि दूसरे आरोपी BPM मोहम्मद फरीद की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इसके साथ ही, वीडियो में रिश्वत लेने के बावजूद दोनों BPM के खिलाफ कार्रवाई न करने पर ढाका के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है.