रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका आज भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी दुर्ग द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस प्रशिक्षण सह सद्भावना शिविर के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल श्री डेका ने छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित राज्य स्तरीय जूनियर रेडक्रॉस मीट 2024 कार्यक्रम के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने रेडक्रास के इस महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम का हिस्सा बनने वाले युवा स्वयंसेवकों के समर्पण और सेवा भावना को नमन किया जो देश के भविष्य हैं और समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को समझते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि रेडक्रॉस न केवल आप सभी को चिकित्सा सेवाओं और आपातकालीन परिस्थितियों में मदद करने का गुर सिखाता है, बल्कि यह मानवता के प्रति आपकी संवेदनशीलता और सेवा भावना को भी प्रबल करता है। यह प्रशिक्षण शिविर आपको न केवल कौशल प्रदान करेगा, बल्कि जीवन के उन आदर्शों को भी सिखाएगा, जिनसे समाज में शांति, सद्भावना और एकता को बढ़ावा मिलता है। आज, पूरी दुनिया विभिन्न चुनौतियों से जूझ रही है।
राज्यपाल ने कहा कि शिविर में न केवल आपातकालीन सहायता, प्राथमिक चिकित्सा और आपदा प्रबंधन के संबंध में प्रशिक्षण दिया जा रहा है, बल्कि समाज में मानवता, शांति और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना, सामुदायिक विकास, सामाजिक समरसता, और नैतिक मूल्यों पर भी विशेष ध्यान दिया गया। यह शिविर सभी को एक बेहतर नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि आप यहां से जो भी सीखकर जाएंगे, अपने परिजनों को, मित्रों को भी अवश्य सीखाएं और बताएं ताकि आपात कालीन परिस्थितियों में वे भी अन्य लोगों की सहायता कर सकें।
राज्यपाल ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को भी उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और भारतीय रेडक्रॉस समिति दुर्ग को इस सफल आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
रेडक्रॉस सोसायटी के पांच दिवसीय कार्यक्रम में 33 जिलों से आए छात्र-छात्राओं के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। ओवर ऑल बेहतर प्रदर्शन के लिए दुर्ग जिले को प्रथम एवं बालोद जिले को द्वितीय स्थान मिला। नारायणपुर जिले की जूनियर रेडक्रॉस सदस्य कु. नीलिमा मण्डावी व कोरिया जिले के बालक रमेश कुमार को सर्वश्रेष्ठ कैडेट के रूप राज्यपाल के हाथों सम्मान प्राप्त हुआ।
छत्तीसगढ़ रेडक्रॉस सोसायटी के सीईओ एम.के.राउत ने शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला एवं चेयरमेन अशोक कुमार अग्रवाल ने शिविर के गतिविधियों के संबंध में विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं मलखम्भ का भी प्रदर्शन किया गया। राज्यपाल ने मार्चपास्ट, लोक गीत, लोक नृत्य, निबंध, पेंटिंग, अंताक्षरी, एवं क्वीज, झांकी, फूड एवं सांस्कृतिक प्रदर्शनी, फिजिकल डिस्प्ले में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बच्चों ने राज्यपाल को खुमरी पहनाया व राज्यपाल की पोट्रेट, चिरई चुगनी एवं इक तारा भेंट की। इस अवसर पर दुर्ग जिला रेडक्रॉस समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे।