राज्य

दिल्ली डबल मर्डर केस का शूटर सोनू मटका परोल से फरार, पुलिस ने तलाश शुरू की

नई दिल्लीः फर्श बाजार इलाके की बिहारी कॉलोनी में दिवाली की रात आकाश उर्फ छोटू (40) और उसके भतीजे ऋषभ (16) की हत्या करने वाले शूटर की पहचान होने का दावा किया जा रहा है। इस पर तीन हत्या के अलावा डकैती और लूट के करीब आधा दर्जन केस दर्ज हैं। पुलिस अफसरों का दावा है कि यह शूटर 50 हजार इनामी बदमाश अनिल उर्फ सोनू मटका है, जो परोल जंप कर 2021 से फरार है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह यमुनापार के ईस्ट गोकलपुर की हरिजन बस्ती का रहने वाला है। इस पर गाजियाबाद के लोनी थाने में 2014 में मर्डर और जानलेवा हमले का केस दर्ज हुआ। ईस्ट दिल्ली के शकरपुर थाने में भी 2014 में हत्या की एफआईआर हुई। इसके बाद 2015 में जाफराबाद और न्यू उस्मानपुर में लूट में शामिल रहा। इसे 2015 में पिस्टल समेत गिरफ्तार किया गया, तो जाफराबाद थाने में आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया गया।

परोल जंप कर फरार हो गया था सोनू मटका
लक्ष्मी नगर मर्डर समेत चार केसों में यह तिहाड़ जेल भेज दिया गया। पत्नी के गाल ब्लडर में पथरी का ऑपरेशन कराने के नाम पर 2021 में एक महीने की परोल लेकर जेल से बाहर आ गया। इसे 12 जून 2021 को जेल में सरेंडर करना था, लेकिन फरार हो गया। इसका नाम 26 मई 2022 को नॉर्थ दिल्ली के लाहौरी गेट एरिया में हुई लाखों की लूट के केस में सामने आया। इस मामले में चोरी की ई-एफआईआर हुई थी।

करोल बाग की डैकाती में भी नाम आया सामने
अभी यह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि 7 अक्टूबर 2022 की रात को करोल बाग स्थित मोबाइल एसेसरीज की दुकान से गन पॉइंट पर बंधक बना कर डेढ़ करोड़ की डकैती में भी इसका नाम आया। इस डकैती में जो आरोपी अरेस्ट हुए, उनसे पुलिस ने दस लाख रिकवर किए। बताया गया कि बाकी रकम सोनू मटका ले गया है। पुलिस इसे अरेस्ट नहीं कर सकी। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने 13 अक्टूबर 2022 को इसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम रख दिया। इसके बावजूद ये पुलिस के रडार में नहीं आ सका।

गैंगस्टर से भी जुड़ा रहा था शूटर
सूत्रों ने बताया कि सोनू मटका पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर उमेश पंडित और नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के गैंगस्टर राशिद केबलवाला का करीबी रहा है। मेरठ में हुए एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर अनिल दुजाना का खास रहा उमेश पंडित भी बिहारी कॉलोनी के बुकियों का नजदीकी है। उमेश गैंगस्टर हाशिम बाबा और राशिद केबलवाला के साथ एक केस में मुकदमेवार भी है। सूत्रों ने बताया है कि दिलचस्प ये है कि मृतक आकाश शर्मा उर्फ छोटू जब गैंगरेप के केस में 2015 में जेल गया था, तो वह सोनू मटका के साथ एक ही सेल में बंद था। दोनों के बीच खूब घुटती भी थी। वह परोल पर आने के बाद भी आकाश से मिला था। अब करीब चार साल बाद अचानक सामने आकर सोनू मटका के इस तरह आकाश का मर्डर करने की वजह समझ नहीं आ रही है। मर्डर का मोटिव खोजना एक चैलेंज है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button