मध्यप्रदेशराज्य

मप्र सरकार का टेक्निकल टेक्सटाइल पर फोकस

भोपाल। मप्र के कॉलेजों में अब टेक्निकल टेक्सटाइल पर फोकस किया जाएगा। भारत सरकार के प्रस्ताव के बाद औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग ने उच्च शिक्षा विभाग को इस संबंध में चिट्ठी लिखी है। इसके बाद हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट ने सभी कॉलेजों से टेक्निकल टेक्सटाइल के लिए केंद्र सरकार से फंड लेने के लिए आवेदन करने को कहा है। इतना ही नहीं नेशनल टेक्निकल टेक्सटाइल मिशन इसे बढ़ावा देने के लिए इसी माह दो दिनी नेशनल कॉन्फ्रेंस भी भोपाल में करने वाला है। टेक्निकल टेक्सटाइल ऐसे कपड़े हैं जो सौंदर्य और सजावटी विशेषताओं के बजाय तकनीकी प्रदर्शन और क्वालिटेटिव वर्किंग के लिए निर्मित होते हैं, वे (टेक्निकल टेक्सटाइल) तकनीकी वस्त्र श्रेणी में आते हैं। इन प्रोडक्टस को 12 अलग-अलग कैटेगरी में बांटा है। ये कैटेगरी एग्रोटेक, ओकोटेक, बिल्डटेक, मेडिटेक, जियोटेक, क्लॉथटेक, मोबिलटेक, होमटेक, स्पोट्र्सटेक, इंडुटेक, प्रोटेक, पैकटेक हैं। राष्ट्रीय स्तर की इस टेक्निकल टेक्सटाइल कॉन्फ्रेंस को लेकर शासन स्तर पर कवायद तेज हो गई है और कॉन्फ्रेंस की तारीख तय की जा रही है। इस कॉन्फ्रेंस का खर्च भारत सरकार उठाएगी और औद्योगिक पार्टनर्स के साथ अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को इसमें बुलाया जाएगा। ताईवान और जापान ने इंडिया में इन्वेंस्ट करने में रुचि दिखाई है। इसलिए यहां के निवेशकों को भी बुलाया जा सकता है। इस कॉन्फ्रेंस में एमपी के मुख्यमंत्री की ओर से टेक्निकल टेक्सटाइल पर पालिसी जारी की जाएगी। इसमें तमिलनाडु और ओडि़सा की भागीदारी होगी। उच्च शिक्षा विभाग ने औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रस्ताव के बाद सभी शासकीय, अनुदान प्राप्त अशासकीय और निजी महाविद्यालयों को इसके लिए आवेदन करने को कहा है।

नेशनल टेक्सटाइल मिशन के साथ हुई बैठक
भारत सरकार के नेशनल टेक्निकल टेक्सटाइल मिशन की ओर से राज्य सरकार को पत्र लिखकर इस मिशन के कामों की जानकारी पिछले माह दी गई थी। इसमें बताया गया था कि एमपी में संचालित कोई भी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट इस मिशन के अंतर्गत टेक्निकल टेक्सटाइल पर नए कोर्स की शुरुआत कर सकता है। इसमें रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए फंड करने मिशन में आवेदन भी किया जा सकेगा। इसको लेकर एक दौर की बैठक हो चुकी है। इसी के चलते मप्र औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में संचालित हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन को इस मिशन के माध्यम से एनालाइज कर फंड हासिल करने के लिए प्रेरित किया जाए। फंड का एलोकेशन 100 प्रतिशत ऑनलाइन है। इसलिए कॉलेज इसके लिए सीधे आवेदन कर सकते हैं।

धार के पीएम मित्र पार्क पर भी हुई थी चर्चा
पिछले माह हुई मिशन के अधिकारियों और एमपी के उद्योग विभाग के अफसरों की बैठक में धार जिले के भेंसोला में बनाए जा रहे पीएम मित्र पार्क को लेकर भी चर्चा हुई है। मैन्युफैक्चरिंग, इन्वेस्टमेंट और एक्सपोर्ट बढ़ाने को लेकर हुई बैठक में पीएम मित्र पार्क के इकोसिस्टम, स्टेटस और आनगोइंग वर्क के साथ पार्क के विकास, पालिसी और अन्य मुद्दों पर विचार किया गया। इस दौरान पीथमपुर एरिया में टेक्निकल यूनिट्स को लेकर काफी संभावनाएं होने की बात कही गई थी।

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