पड़ोसी राज्यों से अब नहीं आएगा धान! बीजापुर प्रशासन हुआ सख्त — निगरानी दल बनाए, सीमाओं पर कड़ी चेकिंग शुरू

15 नवंबर से शुरू होगी समर्थन मूल्य पर धान खरीदी — पारदर्शिता और किसानों के हितों की सुरक्षा पर फोकस
बीजापुर(हिन्दसत)। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के तहत समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन की प्रक्रिया 15 नवंबर 2025 से शुरू होने जा रही है। इस बार पड़ोसी राज्यों से धान की अवैध आवक को रोकने के लिए जिला प्रशासन बीजापुर ने सख्त कदम उठाए हैं। कलेक्टर संबित मिश्रा के निर्देश पर विशेष निगरानी दल गठित किया गया है जो राज्य सीमाओं से लेकर खरीदी केंद्रों तक सतत मॉनिटरिंग करेगा।

राज्य की सीमाओं पर चेकिंग दल तैनात किए जा रहे हैं, ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति या व्यापारी पड़ोसी राज्यों से धान लाकर छत्तीसगढ़ के समर्थन मूल्य केंद्रों में बिक्री न कर सके। साथ ही, जिले के सभी उपार्जन केंद्रों पर खरीदी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
🔹 पामेड़, बासागुड़ा और उसूर क्षेत्र के लिए गठित दल
- भूपेंद्र कुमार, अनुविभागीय अधिकारी (उसूर)
- अंकित सिंह राजपूत, नायब तहसीलदार (उसूर)
- पंकज बरुआ, खाद्य निरीक्षक (उसूर)
- हेमंत कुमार कोर्राम, सहकारिता निरीक्षक
- छोटेलाल यादव, नोडल अधिकारी (जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक बीजापुर)
🔹 भोपालपटनम ब्लॉक के लिए गठित दल (भद्राकाली, वरदली, भोपालपटनम और बारेगुड़ा क्षेत्रों के लिए)
- लक्ष्मण कुमार राठिया, तहसीलदार, भोपालपटनम
- अनिल कुमार तारम, सहायक आयुक्त (सहकारी संस्थाएं बीजापुर)
- राकेश कुमार खत्री, खाद्य निरीक्षक
- तामेश सिंह नागवंशी, जिला विपणन अधिकारी बनाए गए हैं।
धान खरीदी के दौरान किसी भी प्रकार की हेराफेरी या बाहरी आवक की सूचना मिलते ही तत्काल कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।जिला प्रशासन का यह निर्णय किसानों के हितों की रक्षा और समर्थन मूल्य नीति के निष्पक्ष पालन को सुनिश्चित करने की दिशा में एक सख्त और सराहनीय कदम माना जा रहा है।




