अनुसूचित क्षेत्रों में ग्राम सभा की अनदेखी कर वनों की कटाई का आरोप
बीजापुर में वन विभाग पर विधायक विक्रम मंडावी का तीखा हमला, डीएफओ हटाने की मांग

बीजापुर (हिन्दसत)। बीजापुर जिले में वनों की अंधाधुंध कटाई को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। रविवार को जिला मुख्यालय बीजापुर में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि बीजापुर आदिवासी बहुल जिला है, जहां संविधान की पांचवीं अनुसूची, पेसा कानून और पंचायती राज व्यवस्था लागू है, इसके बावजूद ग्राम सभा और ग्रामीणों की सहमति के बिना मशीनों से बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई की जा रही है।

विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि पेसा कानून के तहत गांव से जुड़े किसी भी कार्य में ग्राम सभा की सहमति अनिवार्य है, लेकिन वन विभाग इन संवैधानिक प्रावधानों को दरकिनार कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पेद्दाकोडेपाल और कांवड़गांव जैसे गांवों में बिना ग्राम सभा की अनुमति हजारों पेड़ काटे जा चुके हैं।

प्रेस वार्ता में विधायक विक्रम मंडावी ने बताया कि जब ग्रामीणों ने पेड़ों की कटाई का विरोध किया तो डीएफओ द्वारा जेल भेजने की धमकी दी गई। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ बताते हुए कहा कि इससे वन विभाग और आदिवासी ग्रामीणों के बीच अविश्वास की स्थिति पैदा हो रही है।

विधायक ने कहा कि “जल, जंगल और जमीन आदिवासियों की आस्था और जीवन का आधार हैं,” जिसे वन विभाग को समझना चाहिए। डीएफओ द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति का हवाला देते हुए उन्होंने सवाल किया कि सरकार की ऐसी कौन-सी मंशा है, जिसके नाम पर जंगलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
विधायक विक्रम मंडावी ने वन विभाग से कई सवाल पूछा कि बिना ग्राम सभा और जनप्रतिनिधियों की सहमति के कटाई क्यों की जा रही है, पेसा कानून का पालन क्यों नहीं हो रहा, हरे-भरे पेड़ों को सूखे पेड़ों के नाम पर क्यों काटा जा रहा है, बिना चिन्हांकन पेड़ काटना क्या अपराध नहीं है, और क्या इसके लिए कोई सार्वजनिक सूचना या विज्ञापन जारी किया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि वन विभाग का यह रवैया आदिवासी अधिकारों का उल्लंघन है और यदि यही स्थिति बनी रही तो ग्रामीणों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन किया जाएगा। साथ ही उन्होंने डीएफओ बीजापुर को तत्काल हटाने की मांग की।
प्रेस वार्ता में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य शंकर कुड़ियम, जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे, कांग्रेस प्रवक्ता ज्योति कुमार, एजाज सिद्दीकी सहित अन्य कांग्रेसी नेता मौजूद थे।



