विदेश

चीन की गोद में खेलने का मालदीव को हुआ फायदा, लेकिन भारत ने कर दिया मुइज्जू संग ‘खेल’…

 भारत से टेंशन के बीच मालदीव को टूरिज्म के मुद्दे पर राहत मिली है। मालदीव पहुंचने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है।

पिछले साल की तुलना में अब तक 13 फीसदी अधिक पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की है। उल्लेखनीय है कि मालदीव घूमने-फिरने के लिए पसंद किया जाने वाला देश है और पर्यटकों की मदद से ही काफी हद तक मालदीव की इकॉनमी भी चलती है।

मालदीव पहुंचने वाले पर्यटकों में सबसे ज्यादा चीन के हैं, लेकिन नई दिल्ली और माले के बीच तनाव बढ़ने से भारत ने मालदीव के साथ खेल कर दिया है। 

दरअसल, भारत से मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार कम हो रही है, जिसका उसे आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।

मालदीव की टूरिज्म मिनिस्ट्री के अनुसार, इस साल जनवरी से लेकर 22 अप्रैल तक मालदीव पहुंचने वाले टूरिस्ट्स की संख्या सात लाख को पार कर गई।

अब तक 728,950 पर्यटकों ने मालदीव की यात्रा की है। पिछले साल इस अवधि के दौरान 644,721 विदेशी पर्यटक मालदीव पहुंचे थे।

यानी कि इस बार 84,229 टूरिस्ट्स ज्यादा मालदीव पहुंचे जोकि 13 फीसदी पिछले बार से अधिक है। मालदीव में रोजाना औसतन 6,451 पर्यटक आते हैं। वर्तमान में मालदीव में 176 रिसॉर्ट्स, 844 गेस्टहाउस, 147 सफारी जहाज और 15 होटल हैं।

जिन देशों से नागरिक मालदीव घूमने जा रहे हैं, उसमें सबसे ऊपर मालदीव का करीबी चीन है। चीन से 77,709 पर्यटक अब तक मालदीव घूमने गए हैं। दूसरे नंबर पर ब्रिटेन है, जहां से 72,635 पर्यटक मालदीव गए। वहीं, तीसरे नंबर पर रूस है। यहां से 72,336 लोग मालदीव पहुंचे हैं।

इटली 66,170 पर्यटकों के साथ चौथे नंबर पर है। जर्मनी 57,321 पांचवें नंबर पर है। वहीं, भारत और मालदीव के बीच जब से तनाव बढ़ा है, तब से यहां से जाने वाले लोगों की संख्या कम होती गई है।

अब तक इस साल सिर्फ 40,358 भारतीयों ने ही मालदीव की यात्रा की है। छठे नंबर पर भारत है। इसके अलावा, फ्रांस से 27,894 पर्यटक मालदीव पहुंचे।

अमेरिका से मालदीव पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या 25,589 है। इसके बाद स्विट्जरलैंड, पोलैंड जैसे देश हैं।

मालदीव के संसदीय चुनाव में मुइज्जू की पार्टी को मिली है प्रचंड जीत
बता दें कि मालदीव के संसदीय चुनाव में हाल ही में मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) ने  93 में से 68 सीट पर जीत हासिल की, जबकि उसके गठबंधन सहयोगियों मालदीव नेशनल पार्टी (एमएनपी) ने एक और मालदीव डेवलपमेंट अलायंस (एमडीए) ने दो सीट जीतीं।

इस तरह पीएनसी और उसके सहयोगी दलों को संसद (पीपुल्स मजलिस) में दो-तिहाई से अधिक बहुमत हासिल हुआ है। भारत समर्थक नेता माने जाने पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) को केवल 15 सीट पर जीत मिली।

संसद में बहुमत मिलने का मतलब है कि मुइज्जू की पार्टी का न केवल सांसदों पर बल्कि विधायिका पर भी नियंत्रण होगा जो कानूनों का अनुमोदन करती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button