ऑनलाइन कर्ज में डूबा परिवार, दो बच्चों को जहर देकर पति-पत्नी ने लगाई फांसी
रिश्तेदारों और परिचितों को अश्लील वीडियो बनाकर किया वायरल
ऑनलाइन जॉब : राजधानी भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र में रहने वाले एक पति-पत्नी ने दो बच्चों को जहर देकर मार डाला। बच्चों के मरने के बाद दंपति ने एक ही फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली है। दिल दहला देने वाली यह घटना राजधानी में गुरुवार सुबह सामने आई। युवक ने चार पन्ने का सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें पूरी घटना के साथ ही अपनी अंतिम इच्छा भी लिखा है। सुसाइड नोट में लिखा है कि हम चारों लोगों का पोस्टमार्टम न किया जाए और चारों का सामूहिक अंतिम संस्कार किया जा जा सके।युवक ऑनलाइन जॉब के चक्कर में कोलंबिया की एक कंपनी में काम करने लगा।
अधिक मुनाफे का लालच देकर कंपनी ने घर की पूरी पूंजी का निवेश करा दिया। इसके बाद युवक आर्थिक तंगी में आ गया। आर्थिक तंगी में आते ही कंपनी ने एक लोन एप के जरिए एग्रीमेंट कर लोन दिलवा दिया। लोन की किश्तें समय पर नहीं जमा कर पाने के बाद लोन एप के रिकवरी एजेंटों ने युवक का मोबाइल और लेपटॉप हैक कर सोशल मीडिया और मोबाइल में जितने भी कांटेक्ट नंबर और सोशल मीडिया अकाउंट मिले, सभी में उक्त युवक के अश्लील वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। लोन एप के एजेंटों ने 17 लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। इतना पैसा नहीं दे पाने के कारण ही अश्लील वीडियो वारयल किए गए, इसके बाद गुरुवार अल सुबह चार बजे युवक ने बच्चों और पत्नी के साथ सेल्फी ली और उसे अपनी भतीजी को वाट्सएप पर भेजकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले पति-पत्नी ने कोल्ड ड्रिंक्स में दोनों बच्चों को सल्फास मिलाकर पिलाई। बच्चों की मौत के बाद दंपति ने एक ही फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली है।
क्या है पूरा मामला
डीसीपी जोन-1 साईं कृष्णा थोटा के अनुसार भूपेंद्र विश्वकर्मा (38) अपनी पत्नी ऋतु और आठ वर्षीय बेटे ऋषिराज और तीन वर्षीय ऋतुराज के साथ नीलबड़ में हरिहर नगर स्थित शिव विहार कॉलोनी में रहता था। वह प्राइवेट काम करता था। इसके बाद वह एक कंपनी में ऑनलाइन जॉब करने लगा। भूपेंद्र विश्वकर्मा पर काम का प्रेशर और लोन था। कंपनी ने उसे लैपटॉप दिया था। काम में पहले तो फायदा हुआ, लेकिन कुछ महीने से उसे कंपनी वालों ने अधिक फायदे के लिए और निवेश कराया। वह कर्ज मेें डूबता चला गया और गुरुवार सुबह करीब चार बजे के बाद उसने बच्चों को जहर देकर आत्महत्या कर ली है। सुबह छह बजे जब मंडीदीप में रहने वाली मृतक भूपेद्र की भतीजी रिंकी विश्वकर्मा ने मोबाइल देखा तो उसमें भूपेंद्र ने सुसाइड नोट और एक सेफी भेजी थी, जिसमें लिखा था कि यह उसकी अंतिम सेल्फी है। वह अब किसी ने नहीं मिल पाएगा। इसके बाद पुलिस और परिजनों को सूचना दी गई। मामला गंभीर होने से पुलिस के आला अधिकारी और प्रशासनिक अमला भी तुरंत मौके पर पहुंचा।
पांच अधिकारियों की एसआईटी करेगी जांच
डीसीपी साईं कृष्ण थोटा ने बताया कि जांच के लिए पांच पुलिस अधिकारियों की एसआईटी का गठन कर दिया गया है। एसआईटी में एडीसीपी जोन-1, एसीपी टीटी नगर, रातीबड़ थाना प्रभारी व अन्य को शामिल किया गया है।
अधिक मुनाफे का लालच देकर लगवाई पूंजी
डीसीपी साईं कृष्णा थोटा ने बताया कि मृतक भूपेंद्र विश्वकर्मा ने चार पन्ने का सुसाइड नोट छोड़ा है। सुसाइड नोट और परिजनों, घर वालों से की गई पूछताछ में सामने आया है कि भूपेंद्र विश्वकर्मा कोलंबिया कि जिस कंपनी में ऑनलाइन जॉब करता था, उस कंपनी ने अधिक कमाई का लालच देकर घर की पूंजी निवेश करा दी थी। भूपेंद्र ने अप्रैल में कोलंबिया की ‘सीएसवायओएनएलएलईएमडाटकामÓ में आनलाइन काम शुरू किया था। यह कंपनी टीआरपी बढ़ाने का काम करने का दावा करती है। भूपेंद्र ने लालच में आकर जब घर की पूरी पूंजी इसमें लगा दी तो एप के जरिए एग्रीमेंट कर लोन दिलवा दिया गया । अब उससे कथित तौर पर कंपनी और लोन एप के रिकवरी एजेंट 17 लाख रुपए मांग रहे थे।
आर्थिक तंगी और बदनामी की वजह से की आत्महत्या
डीसीपी साईं कृष्ण थोटा के अनुसार अभी तक की जांच में सामने आया है कि भूपेंद्र विश्वकर्मा ने परिवार के साथ आत्महत्या करने का प्रमुख कारण आर्थिक तंगी है। आर्थिक तंगी के साथ ही कंपनी ने उसका लेपटॉप और फोन हैक कर उसके परिवार के निजी फोटो और वीडियो हासिल कर लिए और उसे मोबाइल के कांटेक्ट में जितने भी नंबर थे, सभी में अश्लील वीडियो और फोटो बनाकर वायरल कर दिए। वह आर्थिक तंगी के साथ बदनामी के कारण आत्महत्या कर ली है।