पाटन विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है, तो वही दुर्ग ग्रामीण से गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की जीत पर छाए हुए हैं संशय के बादल।
पाटन विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है, तो वही दुर्ग ग्रामीण से गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की जीत पर छाए हुए हैं संशय के बादल।
दुर्ग : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में प्रदेश के वी.आई.पी. जिला दुर्ग में इस बार छह विधानसभा में से दो विधानसभा में प्रदेश कांग्रेस के दो कद्दावर नेता चुनावी मैदान में है पाटन से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तो दुर्ग ग्रामीण से गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू .
एक तरफ जहां पाटन विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मुकाबला सांसद बघेल के साथ है वही दुर्ग ग्रामीण से ताम्रध्वज साहू का मुकाबला ललित चंद्राकर से . वर्तमान स्थिति में देखा जाए
तो पाटन विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है और सभी को इस बात का इंतजार है
की जीत में वोटो का अंतर कितना होगा परंतु वही अगर दुर्ग ग्रामीण की बात करें तो दुर्ग ग्रामीण से गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की जीत पर संशय के बादल छाए हुए हैं .
दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने एक ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारा है जो 30 सालों से भारतीय जनता पार्टी संगठन में जमीन रूप से कार्य कर रहा है एवं दुर्ग ग्रामीण के सभी क्षेत्रों में एक जाना पहचाना चेहरा है
संगठन में काम करने के कारण दुर्ग ग्रामीण के हर कार्यकर्ताओं तक उनकी पहुंच काफी सालों से सहज और सरल स्वभाव के कारण बनी हुई है.
30 सालों तक जमीनी कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने वाले ललित चंद्राकर के टिकट मिलने पर भारतीय जनता पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं में एक अलग प्रकार का जोश है
और उन्हें यह विश्वास हो गया कि अगर जमीनी स्तर पर कार्य करने पर भी संगठन द्वारा उन्हें कहीं ना कहीं मौका जरूर मिलेगा परंतु वही अगर दूसरी तरफ देखा जाए
तो ऐसा माहौल दुर्ग ग्रामीण कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में कहीं नजर नहीं आता, ललित चंद्राकर के मैदान में उतरने से दुर्ग ग्रामीण कांग्रेस के कई कार्यकर्ता अब दबी जुबान में यह कहने लगे हैं
कि काश कांग्रेस संगठन द्वारा भी दुर्ग ग्रामीण से किसी ऐसे व्यक्ति को मौका मिलता जो सालों से जमीनी कार्यकर्ता के रूप में कांग्रेस के सिपाही है वहीं दूसरी ओर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू जिन पर परिवारवाद का आरोप लगता रहा।
उतई मंडल से भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी रोहित साहू ने चर्चा के दौरान यह बात कही की प्रदेश में गृह मंत्री का पद कद्दावर है ना कि कांग्रेस प्रत्याशी ताम्रध्वज साहू का।
इन पर आरोप है कि, क्षेत्र में विभागीय कार्यों का बंटवारा उनके पुत्रों द्वारा अपने चहेतों को दिया जाता रहा। 2 साल पहले भी ऐसे ही एक मामले में पीडब्ल्यूडी विभाग में कई ठेकेदारों ने अर्धनग्न अवस्था में आंदोलन किया था जिसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा टेंडर की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाते हुए सभी को कार्य विभाजन नियमों अनुसार किया गया
ऐसे कई मामले भी सामने आए हैं जिसमें कार्यों की निविदा प्रपत्र देने में भी विभाग द्वारा पारदर्शिता नहीं बरती जाने का आरोप लगा है .
इस तरह के आरोप लगने के बाद वर्तमान स्थिति में इन आरोपों से इस चुनावी जंग में कांग्रेस प्रत्याशी गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू कैसे पार पाते हैं यह तो आने वाले परिणाम के बाद ही पता चलेगा .
रोहित साहू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ललित चंद्राकर का मुकाबला दुर्ग ग्रामीण में चार-चार मंत्रियों से है
परंतु कांग्रेस को यह नहीं मालूम की दुर्ग ग्रामीण में 227 बूथ में नरेंद्र मोदी से कांग्रेस का मुकाबला होगा हमारे हर बूथ के कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ चुनावी मैदान में ताम्रध्वज साहू का मुकाबला करेंगे और हर बूथ मजबूती के साथ कांग्रेस प्रत्याशी को चुनावी जंग में परास्त करने के लिए जी जान से मेहनत करेंगे।
रोहित साहू का यह दावा है कि प्रदेश में 17 तारीख को दुर्ग ग्रामीण की जनता का आशीर्वाद भारतीय जनता पार्टी के उस प्रत्याशी को मिलेगा जो पिछले 30 सालों से जमीनी स्तर पर दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र में कार्य कर रहा है
और 3 तारीख को निकलने वाला परिणाम भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में रहेगा सभी राजनीतिक दलों के अपने-अपने दावे हैं और सभी को इंतजार है
मतदान की तारीख 17 नवंबर एवं परिणामों की तारीख 3 दिसंबर का जीत किसी की भी हो परंतु दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में ललित चंद्राकर के मैदान में उतरने से यह मुकाबला एक तरफ़ा नहीं रहा जैसा कि पाटन विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने एक तरफा मुकाबले की स्थिति है।