ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पूरे विधि विधान से माता की डोली विदाई के साथ हुई संपन्न…
ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पूरे विधि विधान से माता की डोली विदाई के साथ हुई संपन्न
जगदलपुर : ऐतिहासिक 75 दिनों तक चलने वाला महापर्व बस्तर दशहरा का समापन आज मात की डोली की विदाई के साथ सम्पन्न हो गया है
इस बार बस्तर दशहरा 107 दिन मनाया गया आज दंतेश्वरी मंदिर मे माता मावली की डोली को पूरे विधि विधान से पूजा पाठ किया गया
और और जिला प्रशासन द्वारा सलामी देकर उन्हें विदा किया गया शहर के पूरे रास्ते भर माता से आशीर्वाद लेने भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और सभी लोगो माता से आशीर्वाद लेते हुए
अपने क्षेत्र और परिवार की कामना की वंही जगह जगह माता की डोली को स्वागत करने के बाद डोली को जिया डेरा लाया गया और वंहा भी पूजा अर्चना करने के बाद माता प्रशासन द्वारा माता को सलामी दी गई सलामी के पश्चात माता की डोली और छत्र दंतेवाड़ा के लिए रवाना हुई
हम आपको बता दे कि विश्व प्रशिद्ध बस्तर दसहरा पर्व में शामिल होने के लिए दंतेवाड़ा से मां मावली जगदलपुर पहुंचती है और 1 सप्ताह दंतेश्वरी मंदिर में रहने के बाद उन्हें बेटी की तरह विदाई दी जाती है
यह पंरपरा आदि काल से चली आ रही है जिसे आज भी राजपरिवार के सदस्य और दशहरा कमेटी के सभी लोग पूरे विधि विधान से पूरा करते आ रहे है
वंही आज माता की विदाई को लेकर बस्तर राजपरिवार सदस्य कम्लचंद भंजदेव और बस्तर दशहरा कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि विश्व के सबसे बड़े पर्व आज बिना विघ्न के सम्पन्न हो गया है और माता से बस्तर सहित प्रदेष की खुशहाली की कामना की है।