
पूना मारगेम- पुनर्वास से पुनर्जीवन को मिल रही सफलता
बीजापुर( हिन्दसत)। गांधी जयंती के दिन बीजापुर जिले में नक्सल उन्मूलन अभियान को बड़ी सफलता मिली है। जिले के विभिन्न इलाकों से जुड़े कुल 103 माओवादियों ने पुलिस के आला अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर हिंसा की राह छोड़ मुख्यधारा में लौटने का ऐलान किया। इन सभी पर मिलाकर एक करोड़ छह लाख तीस हजार रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में संगठन के कई बड़े पदाधिकारी शामिल हैं जिनमें 01 डीव्हीसीएम, 04 पीपीसीएम, 04 एसीएम, 05 एरिया कमेटी सदस्य, 03 डीएकेएमएस अध्यक्ष, 04 सीएनएम अध्यक्ष, 02 केएएमएस अध्यक्ष, 04 जनताना सरकार अध्यक्ष, 04 उपाध्यक्ष और 22 सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा 05 मिलिशिया कमांडर, 23 मिलिशिया प्लाटून सदस्य और कई अन्य पदाधिकारी भी आत्मसमर्पण करने वालों में शामिल हैं।
यह आत्मसमर्पण दंतेवाड़ा रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, केरिपु सेक्टर बीजापुर के डीआईजी बी.एस. नेगी और पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस एवं अर्धसैनिक अधिकारियों की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ। शासन की पुनर्वास नीति के तहत सभी आत्मसमर्पित माओवादियों को लाभ दिलाने का आश्वासन दिया गया और प्रोत्साहन राशि स्वरूप 50-50 हजार रुपये के चेक प्रदान किए गए।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शासन की विकासोन्मुखी योजनाएँ, अंदरूनी इलाकों में सुरक्षा कैंपों की स्थापना और सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाओं के विस्तार से माओवादियों का संगठन से मोहभंग हुआ है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2025 में अब तक बीजापुर जिले में 410 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं।