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बीजापुर में फिर आंख फोड़वा कांड 

कांग्रेस का हमला, पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बताया स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

 

रायपुर/बीजापुर (हिन्दसत)। आंखों के ऑपरेशन के बाद 9 मरीजों की रोशनी जाने की घटना को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और नकली दवाओं के उपयोग से आम लोगों की जान और आंखों की रोशनी जा रही है।

दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह लचर हो चुकी हैं। बीजापुर में 8 महिलाएं और 1 पुरुष ऑपरेशन के बाद अंधेपन का शिकार हुए हैं, जबकि दुर्ग में नसबंदी के दौरान दो महिलाओं की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि “यह घटना रमन सिंह सरकार के समय हुए नसबंदी और आंखफोड़वा कांड की पुनरावृत्ति है।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा खरीदी जा रही दवाएं अमानक और नकली हैं, जिससे लगातार मरीजों की तबीयत बिगड़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को इन घटनाओं की जिम्मेदारी लेते हुए पीड़ितों को मुआवजा देना चाहिए और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दवा आपूर्ति करने वाली एजेंसियों को ब्लैकलिस्ट करना चाहिए।


इधर बीजापुर के सीएमएचओ डॉ. बी.आर. पुजारी ने बताया कि 24 अक्टूबर को 14 मरीजों की नेत्र शल्यक्रिया की गई थी। बाद में 9 मरीजों में संक्रमण के लक्षण पाए गए, जिनमें से 6 को गंभीर समस्या के चलते रायपुर रेफर किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में संभावना जताई गई है कि यह वातावरणीय संक्रमण के कारण हुआ हो सकता है। इस मामले की जांच के लिए रायपुर और जगदलपुर से तीन सदस्यीय दल बीजापुर भेजा गया है।


रायपुर भेजे गए मरीजों में अवलम दुग्गा (56), पुनेम जिम्मो (62), मोडियम मसे (67), अवलम कोरे (52), अवलम पोज्जे (70), बुधरी डोडी (60), पदम शांता (54), पेद्दी लक्ष्मी (62) और अवलम सोमे (70) शामिल हैं।

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