हल्बा समाज का शक्ति दिवस : पहचान, संस्कृति और समावेशी विकास पर मंथन
बदलते दौर में भाषा-संस्कृति संरक्षण बड़ी चुनौती – विधायक विक्रम मंडावी

बीजापुर(हिन्दसत)। हल्बा समाज के शक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि तेजी से बदलते सामाजिक-आर्थिक परिवेश में अपनी मौलिक पहचान को सुरक्षित रखना आज सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक पदाधिकारियों और प्रबुद्धजनों से होने वाली चर्चाओं में यह विषय लगातार सामने आता है कि अपनी भाषा, संस्कृति और परंपराओं को किस तरह संरक्षित और समृद्ध किया जाए।

विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि निस्संदेह हल्बा समाज आज एक विकसित और जागरूक समाज के रूप में उभर रहा है। शिक्षा, सामाजिक चेतना और संगठन के क्षेत्र में समाज लगातार आगे बढ़ रहा है, लेकिन इस विकास यात्रा में यह आवश्यक है कि समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े गरीब, वंचित और कमजोर परिवार भी समान रूप से सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि समावेशी विकास से ही समाज सशक्त बनेगा।

कार्यक्रम में गोंड समाज के जिला अध्यक्ष कामेश्वर दुब्बा ने हल्बा समाज को शक्ति दिवस की बधाई देते हुए सामाजिक एकता, आपसी विश्वास और सतत विकास को बनाए रखने का संदेश दिया। माटी पुजारी एवं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष सुखलाल पुजारी ने सामाजिक सौहार्द, एकता और सांस्कृतिक चेतना पर बल दिया।

इस अवसर पर हल्बा समाज के जिला स्तर के पदाधिकारी, सामाजिक सदस्य तथा अन्य समाजों के प्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।



