भाजपा के विधानसभा घेराव को लेकर हमला….
भाजपा के विधानसभा घेराव को लेकर हमला….
सम्यक नाहटा, जगदलपुर :- भाजपाई पहले केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास पर कोटे में की जा रही कटौती पर विरोध दर्ज करने का साहस जुटाए फिर आंदोलन करें…
राज्य की भूपेश सरकार ने ग्रामीण और शहरी पीएम आवास को मिलाकर पिछले 4 वर्षों में 13लाख आवास बनाए, जो रमन राज के 2 लाख 37 हजार की तुलना में 6 गुना अधिक है फिर भी भाजपाइयों की नौटंकी समझ से परे….
भाजपा हितग्राहियों का सात लाख आवेदन राज्य सरकार को कब सौंपेगी स्पष्ट करें….
भाजपा नेता आवेदन को केंद्र से स्वीकृत कराकर केंद्रांश की 60% राशि के लिए कब पहल करेगी पूछता है…. छत्तीसगढ़….
राज्यांश का 800 करोड़ जमा कराने के बाद जब केंद्र सरकार ने पीएम आवास का आवंटन रद्द किया तो भाजपा नेता मौन क्यों पुछता है…. छत्तीसगढ़….
2018-19 में अपने अंतिम बजट भाषण में रमन सिंह कुल 2लाख 37हजार आवास बनाने का दावा किया था सत्ता से बेदखल होने के बाद अब भाजपाई रमन राज में 7लाख,8 लाख, 10लाख मकान (अलग अलग) बनाने का जानकारी के अभाव में तथ्यहिन दावा कर रहे….
लोकतंत्र में धरना प्रदर्शन हर राजनैतिक दल का अधिकार है, लेकिन आंदोलन की मर्यादा और सीमा होती है. भाजपा भीड़ को उकसा कर उदण्डता का परिचय दे रही थी….
भाजपाई जिस उग्रता और उद्दंडता से विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे. पुलिस वालों से मारपीट पर उतारू थे. यह व्यवहार लोकतंत्र में अस्वीकार्य….
राज्य मदरसा बोर्ड सदस्य/महामंत्री अनवर खान ने भाजपा द्वारा किये गया विधानसभा घेराव पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर कहा कि अपने आंदोलन की असफलता को छुपाने के लिए भाजपा नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को उकसाने का भरपूर प्रयास किया. पुलिस द्वारा लगाए गए
बेरिकेट्स को तोड़ा और पुलिस वालों, सुरक्षा बलों के जवानों से अभद्रता किया. भाजपा के वरिष्ठ नेता अपने आंदोलन को हिंसक बनाना चाहते थे.
मगर छत्तीसगढ़ पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए अपना धैर्य नहीं खोया और अप्रिय स्थिति बनने से रोका. जिसकी जितनी सराहना की जाए कम है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा कार्यकर्ता लाठी लेकर शहीद उद्यान की फेंसिंग तोड़ते हुए सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया हैं भाजपा कार्यकर्ताओं ने ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी को घेरकर धक्का मुक्की किया साथ ही कई पुलिस कर्मचारियों से बदसलूकी भी की जिसकी घोर निंदा की जाती है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रजातंत्र में विधानसभा में कब्जा की लोकतांत्रिक प्रक्रिया है जनता राजनैतिक दल को चुनाव में मतदान करके यह अधिकार देती है.
भाजपाई जिस उग्रता और उद्दंडता से विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे. पुलिस वालों से मारपीट पर उतारू थे. यह व्यवहार लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। भीड़ को उकसाकर विधानसभा में कब्जा करने की कोशिश भाजपा का फासीवादी और अतिवादी चरित्र है।
उन्होंने कहा कि भाजपाई पहले केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास पर कोटे में की जा रही कटौती पर विरोध दर्ज करने का साहस जुटाए फिर आंदोलन करें।
उन्होंने कहा कि राज्य की भूपेश सरकार ने ग्रामीण और शहरी पीएम आवास को मिलाकर पिछले 4 वर्षों में 13लाख आवास बनाए, जो रमन राज के 2 लाख 37 हजार की तुलना में 6 गुना अधिक है फिर भी भाजपाइयों की नौटंकी समझ से परे, भाजपा हितग्राहियों का सात लाख आवेदन राज्य सरकार को कब सौंपेगी स्पष्ट करें।
भाजपा नेता आवेदन को केंद्र से स्वीकृत कराकर केंद्रांश की 60% राशि के लिए कब पहल करेगी। राज्यांश का 800 करोड़ जमा कराने के बाद जब केंद्र सरकार ने पीएम आवास का आवंटन रद्द किया तो भाजपा नेता मौन क्यों पुछता है छत्तीसगढ़।
उन्होंने बताया कि 2018-19 में अपने अंतिम बजट भाषण में रमन सिंह कुल 2लाख 37हजार आवास बनाने का दावा किया था सत्ता से बेदखल होने के बाद अब भाजपाई रमन राज में 7लाख,8 लाख, 10लाख मकान (अलग अलग) बनाने का जानकारी के अभाव में तथ्यहिन दावा कर रहे है।