मध्यप्रदेश

संघ के दिवंगत सरसंघचालक ‘गुरूजी’ को लेकर टिप्पणी करने पर दिग्विजय सिंह पर एफआईआर

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिवंगत सरसंघचालक माधव सदाशिवराव गोलवलकर को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा किए गए एक ट्वीट को लेकर वे भाजपा और संघ के निशाने पर आ गए हैं। इस मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ इंदौर के तुकोगंज थाने में आईपीसी की धारा 153 ए, 469, 500, 505 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।

यह मामला बीती देर रात दर्ज कराया गया है। एक दिन पहले दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘गुरु गोलवलकर के दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों के लिए और राष्ट्रीय जल जंगल और जमीन पर अधिकार पर क्या विचार थे, जरूर जानिए। सिंह के ट्वीट करने के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह को संघ और गुरूजी की छवि को धूमिल करने वाला बताया है।

संघ ने कहा- तथ्यहीन है ट्वीट

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने ट्वीट कर कहा कि ‘श्री गोलवलकर गुरुजी के संदर्भ में यह ट्वीट तथ्यहीन है और सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाला है। संघ की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठा फोटोशॉप्ड पोस्टर बनाया गया है। गुरुजी ने कभी भी ऐसे नहीं कहा। उनका पूरा जीवन सामाजिक भेदभाव को खत्म करने में लगा रहा।’

शिवराज सिंह बोले- विद्वेष फैलाना कांग्रेस नेताओं की आदत

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बिना तथ्यों की जानकारी के दुष्प्रचार करना और विद्वेष फैलाना कांग्रेस के नेताओं की आदत है। श्रद्धेय गोलवलकर गुरूजी ने आजीवन सामाजिक विभेद मिटाने और समरस समाज के निर्माण के लिए कार्य किया। गुरुजी के विषय में इस तरह का मिथ्या प्रचार कांग्रेसी नेताओं की कुंठा को दर्शाता हैं, गुरुजी का झूठा चित्र लगा कर सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने की कोशिश निंदनीय है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि गोलवलकर ‘गुरूजी को लेकर किया गया ये ट्वीट फेक है। दिग्विजय सिंह सोची समझी साजिश के तहत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को बदनाम करने और अपने राजनीतिक लाभ के लिए समाज में वैमनस्यता फैलाने का काम कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह जैसे लोग हमारे देश और समाज के लिए खतरा हैं।

कौन हैं गरूजी ?

माधव सदाशिवराव गोलवलकर संघ के दूसरे और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले सरसंघचालक थे। वे गुरुजी गोलवलकर के नाम से लोकप्रिय थे और 1940 से लेकर 1973 तक 33 वर्षों तक सरसंघचालक रहे हैं।

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