छत्तीसगढ

बीसीएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धमतरी में मनाया गया एनएसएस स्थापना दिवस

बीसीएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धमतरी में मनाया गया एनएसएस स्थापना दिवस

धमतरी – बीसीएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धमतरी के प्राचार्य डॉ श्रीदेवी चौबे के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई क्रमांक एक व दो द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस मनाया गया।

जिसका उद्देश्य राष्ट्र के युवाओ को राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका बढ़ाने और राष्ट्र प्रेम की भावना को प्रबल करना है । आजादी के बाद एस. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने शैक्षिक संस्थानों में स्वैच्छिक राष्ट्रीय सेवा शुरू करने की सिफारिश की थी ।

राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम की शुरुआत तत्‍कालीन शिक्षामंत्री डॉ. वी.के. आर.वी. राव ने 24 सितंबर, 1969 में की थी जो राष्ट्रीय सेवा योजना के संस्थापक कहे गये। इस समारोह का शुभारंभ राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की मुर्ति पर माल्यार्पण एवं दीपप्रज्जवलन के साथ लक्ष्य गीत का गायन कर स्वयंसेवकों मे जोश का संचार किया गया।

सरस्वती वंदना का गायन खोमेश्वरी एवं स्वागत गीत का गायन अपर्णा एवं मीनाक्षी के साथ कार्यक्रम को गति प्रदान की गई । कार्यक्रम अधिकार इकाई क्रमांक दो के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के इतिहास का एवं उसके प्रादुर्भाव का संक्षिप्त विवरण दिया गया।  उद्बोधन की कड़ियों में यशोदा साहू ने एनएसएस स्थापना दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में हमे जीवंत होकर कार्य करना चाहिए।

दिनेश्वर साहू ने बताया कि उन्होंने एनएसएस से मंच में बोलने की कला सीखा। लकेश्वरी साहू ने एनएसएस के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद जी के वचनों को अपने शब्दों में व्यक्त करते हुए कहा कि हमें अपने देश की सेवा में बिना रुके निरंतर आगे बढ़ना चाहिए।

महाविद्यालय के वरिष्ठ वक्ता स्वयंसेवक तोषण साहू ने एनएसएस के अभिवादन वाक्य, लक्ष्य गीत और राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया राष्ट्रीय सेवा योजना हमें ऐसा मंच प्रदान करता है जिससे हम अपने जिले, राज्य, देश और विश्व में अपना पहचान बना सकते हैं। उन्होंने सभी स्वयसेवकों को राष्ट्रीय बालिका दिवस की भी बधाई दी।

विनोद डिंडोलकर ने कहा हम एनएसएस से जुड़कर बड़े बड़े मंचों में अपनी कला को निखार सकते हैं। इसके पश्चात् इकाई क्रमांक एक से कार्यक्रम अधिकारी प्रो निरंजन कुमार साहू ने वरिष्ठ स्वयंसेवकों द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों का विस्तार से वर्णन किया। साथ ही कहा कि एनएसएस का कार्य श्रेय लेने का नहीं है

बल्कि निःस्वार्थ भावना से अपने देश की सेवा करना है। इस समारोह के अंतर्गत युवाओं के कौशल विकास से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमे गीत, कविता, भाषण एवं नृत्य शामिल रहे। संपूर्ण व्यवस्था प्रभारी वरिष्ठ स्वयंसेविका अपर्णा शर्मा, मंच संचालन प्रभारी रूपेश देवांगन,

योगेंद्र साहू और हेमचरण साहू, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी संकेत कुमार साहू और अनिता मेश्राम, रंगोली और पोस्टर मेकिंग प्रभारी हेमचरण साहू, देशी खेलकूद प्रभारी कुशल प्रसाद डिंडोलकर और तरुण सोनकर, जलपान व्यवस्था प्रभारी कुशल प्रसाद डिंडोलकर, तरुण सोनकर, केसर साहू और चंचल साहू ,

पुरस्कार वितरण प्रभारी रश्मि यादव और चित्ररेखा साहू, मीडिया प्रभारी प्रज्ञा सोनी, लीना गजेंद्र, टीमेश साहू और विभा पांडे, प्रेस विज्ञप्ति प्रभारी संकेत कुमार साहू, बैठक व्यवस्था प्रभारी भेनु सिन्हा, खोमेश्वरी साहू, लुकेश्वरी निषाद और बीसमती देवांगन इन सभी के सहयोग से यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।

उक्त कार्यक्रम में उदयराम, मोनिका, हस्मिका, ममता, भावेश, रुचि, योगिता, दामिनी, वेणुका, डिम्पल, विवेक, सहित 136 से अधिक स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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