बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथी……
बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथी
जगदलपुर : गुरु गोविंद सिंह शक्ति केंद्र के छत्रपति शिवाजी वार्ड में महाराणा प्रताप एवं गुरु गोविंद सिंह संयुक्त रुप से शुक्रवार को जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई।
इसके अलावा प्रत्येक बूथ व मंडल स्तर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर मुखर्जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।कार्यक्रम की शुरुआत कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
पूर्व विधायक संतोष बाफना ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन भारत मां की धरती के लिए समर्पित कर दिया था। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि एक देश में दो विधान दो प्रधान दो निशान नहीं चलेंगे।उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से कहा था
या तो मैं संविधान की रक्षा करूंगा नहीं तो अपने प्राण दे दूंगा। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू कश्मीर गए थे वहां उन्हें शेख अब्दुल्ला की सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था । उन्होंने कहा था
कि मैं इस देश का सांसद हूं मुझे अपने देश मे कहीं जाने से आप कैसे रोक सकते हैं। उन्हें गिरफ्तार किया गया और गिरफ्तारी के कुछ ही दिनों बाद ही उनकी रहस्यमई परिस्थितियों में मौत हो गई।लेकिन आप डॉक्टर मुखर्जी का सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साकार हुआ है।
महिला मोर्चा अध्यक्षा सुधा मिश्रा ने कहा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तपस्या के साथ बलिदान देकर भारत माँ की सेवा की।वह जम्मू-कश्मीर की लड़ाई लड़ने वाले पहले भारतीय थे।इसके लिए उन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया।
लक्ष्मी कश्यप ने कहा युवाओं को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से प्रेणना लेकर समाज में बढ़ रही सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए आगे आना होगा।
कार्यक्रम का संचालन संग्राम सिंह राणा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से राजकुमारी झा, अनीता झा, नीलेश्वरी भागवतकर, निकिता सोनी, दुर्गा देवी, सुमन वर्मा, सुलोचना जैन, कौशल्या साहू, ममता शर्मा, रानी निषाद, अमोल झा, भावना यादव सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।