आदिवासी जनप्रतिनिधियों को अपमानित करना कांग्रेस की आदत – (केदार कश्यप)
आदिवासी जनप्रतिनिधियों को अपमानित करना कांग्रेस की आदत – (केदार कश्यप)
जगदलपुर : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने दो दिनों पूर्व एक आदेश जारी कर कुछ पदाधिकारियों के प्रभार में परिवर्तन किया था ।
परंतु कांग्रेस के अंतर्कलह एवं कांग्रेस पार्टी द्वारा आदिवासी जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने का सिलसिला जारी रहने की वजह से फिर एक बार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम द्वारा निकाला गया आदेश कूड़े के ढेर में फेंक दिया गया और 24 घंटे के अंदर उस आदेश को निरस्त किया गया
केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के आदेश को न मानने की यह घटना कोई पहली बार नही है , ऐसी घटनायें अनेक बार हो चुकी है। राजधानी रायपुर में हुये कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की फोटो तक गायब कर दी गयी थी,
कांग्रेस के राष्ट्रीय शीर्ष नेतृत्व के आगमन पर मोहन मरकाम के साथ सुरक्षा गार्डो द्वारा धक्का मुक्की करने की घटना हो चुकी है। इसके अलावा भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा अनेक मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को अपमानित करने प्रयास होते रहे हैं । क्योंकि कांग्रेस हमेशा से ही आदिवासी समाज को अपमानित करने का कार्य करती है ।
भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश के सर्वोच्च पद पर आसीन महामहिम राष्ट्रपति का भी अपमान किया था और इसी कड़ी में वो लगातार आदिवासी जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रही है ।
केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस या तो मोहन मरकाम को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दे या तो फिर उनका सम्मान करे । प्रदेश के आदिवासी समाज को बार बार अपमानित करने का कृत्य कांग्रेस जानबूझकर कर रही है, जिसे आदिवासी समाज सहन नहीं करेगा।