मध्यप्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात, दो गांव खाली कराए, कई रास्ते बंद..
मध्यप्रदेश में लगातार बारिश से लोगों की मुसीबतें बढ़ने लगी हैं। कई जगह रास्ते कट गए तो कई जगह बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गुरुवार सुबह इंदौर में तीन घंटे तेज बारिश हुई। सिवनी जिले के लखनादौन विकासखंड में लगातार बारिश से निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। बारिश के कारण आदेगांव सड़क टूट गई, जिससे इस मार्ग पर आवागमन बंद हो गया। गनेशगंज के समीप डुंगरिया बांध की बाहरी दीवार में छेद होने से पानी रिसाव को देखते हुए डुंगरिया और बदनौर गांव को प्रशासन ने खाली कराया है। ग्रामीणों को जोगीगुफा व अन्य गांव में सुरक्षित पहुंचाया गया।
मानसून की तेज बारिश के कारण नरसिंहपुर, उमरिया, सिवनी समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। कटनी बीना रेल ट्रेक की मिट्टी बह गई, जिससे यातायात प्रभावित हुई। कई ट्रेनें रोक दी गईं। जबलपुर और नरसिंहपुर में बुधवार को हुई बारिश से नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर नर्मदा नदी का जलस्तर गुरुवार सुबह 8 बजे 947 फीट पहुंच गया। 24 घंटे के अंदर 10 फीट से ज्यादा पानी बढ़ा है। यह खतरे के निशान से 18 फीट नीचे है। इंदौर में भी गुरुवार सुबह तीन घंटे तेज बारिश हुई।
12 जिलों में अतिभारी बारिश का अलर्ट
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग का पूर्वानुमान कहता है कि नर्मदापुरम, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, सागर, जबलपुर संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर, शहडोल, रीवा संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट बता रहा है कि गुना, राजगढ़, शिवपुरी, निवाड़ी, अशोकनगर, पन्ना, नीमच, सागर, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर, मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की संभावना है। आठ इंच तक बारिश की आशंका है। वहीं यलो अलर्ट के मुताबिक श्योपुरकलां, भोपाल, दतिया, मुरैना, रायसेन, भिंड, ग्वालियर, विदिशा, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, उज्जैन, रीवा, उमरिया, जबलपुर, रतलाम, शाजापुर, बालाघाट, नरसिंहपुर, आगर, सिवनी, कटनी जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना जताई गई है।