बाबा महाकाल के भक्तों को करंट न लगे, इसलिए बिजली खंबों पर लगाए जा रहे फायबर शीट
भोपाल। श्रावण मास में उज्जैन महाकाल में पहुंचने वाले लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ और बारिश के बीच किसी भी तरह की दुर्घटना से बचाव के लिए सरकार ने जिला प्रशासन और बिजली कम्पनी को खास तौर पर निर्देश जारी किए हैं। इसे देखते हुए पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी लोगों को बिजली करंट से बचाव के लिए खास प्रयास कर रही है। यहां बिजली खंबों पर फायबर शीट लगाए जा रहे हैं।
इस साल सावन का महीना पुरुषोत्तम मास लेकर आया है और इसी के चलते उज्जैन में श्री महाकालेश्वर के दरबार में माथा टेकने दो माह तक लगातार श्रद्धालुओं की लम्बी लाइनें लगना तय है। दो माह का सावन होने के कारण इस साल सावन में आठ सोमवार पड़ने वाले हैं और इसलिए महाकाल बाबा की हर सोमवार को निकलने वाली सवारी की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन के साथ बिजली कम्पनी ने भी खास तैयारी की है। महाकाल बाबा की सवारी 10 जुलाई से 11 सितंबर तक निकलेगी। इसके लिए मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी द्वारा विशेष तैयारी के अंतर्गत ग्रिड, ट्रांसफार्मर, लाइनों के मैंटेनेंस के अलावा पोल पर कार्य कराए जा रहे हैं।
करंट से बचाव पर फोकस
चूंकि सावन मास में बारिश ज्यादा होती है और इसलिए बिजली करंट लगने की संभावना रहती है। इसलिए बिजली कम्पनी इस पर भी ध्यान देकर प्लानिंग तय कर रही है। बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि कि मंदिर से रामघाट पहुंचने एवं वापस दूसरे मार्ग से मंदिर लौटने तक करीब सात किमी क्षेत्र में बिजली के सात सौ पोल हैं। इन पोल पर फायबर शीट कवर लगाए जा रहे है। साढ़े चार से पांच फीट ऊंचे ये कवर सुरक्षा के लिए लगाए जा रहे हैं, ताकि करंट नहीं लगे। बारिश के मौसम में सवारी निकलने से बिजली कंपनी द्वारा यह कार्य कराया जा रहा है। यह कार्य पांच जुलाई तक पूर्ण हो जाएगा।