कोरबा.
वित्तीय क्षेत्र में काम कर रही बैंकिंग कंपनी इसाफ का कैशियर कोरबा से फरार हो गया है। उसने कंपनी को बड़ी चपत लगाई है। बैंक मैनेजर की रिपोर्ट पर सिविल लाइन पुलिस ने अपराध दर्ज करने के साथ फरार कैशियर की खोजबीन शुरू की। इस बीच एक टीम उड़ीसा से बैरंग लौट आई। निहारिका बुधवारी स्थित मुख्य इसाफ नामक बैंकिंग कंपनी का कामकाज कोरबा जिले में भी चल रहा है।
उसने रायपुर, बिलासपुर, जांजगीर चांपा और रायगढ़ के अलावा कई क्षेत्रों में अपनी शाखाएं खोल रखी हैं और इनके माध्यम से वित्तीय लेनदेन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, कोरबा के सिविल लाइन क्षेत्र के अंतर्गत इस निजी बैंक की शाखा संचालित है, जिसका ओडिशा निवासी कैशियर कंपनी को ही चपत लगाकर भाग गया। इसाफ बैंक में कैशियर के पद पर बीरेंद्र गिरना पिछले कई वर्षों से काम करते आ रहा था। फील्ड से वसूली का पैसा और ग्राहक का पैसा कैशियर के पास जमा होता है। मैनेजर को लगा कि वो जमा कर दिया होगा, लेकिन ऑनलाइन चेक करने पर जमा ही नहीं हुआ था। उसे लगा दूसरे दिन जमा कर देगा, लेकिन वो अगले दिन आया ही नहीं।
फोन करने पर मोबाइल बंद आ रहा था। उसके घर पर भी संपर्क किया गया। वहां भी नहीं था, तब बैंक में हिसाब किया गया तो लगभग पांच लाख रुपये लेकर फरार होने की बात सामने आई। इसकी शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस से की गई। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रमोद डनसेना ने बताया कि बैंक मैनेजर की रिपोर्ट पर अमानत में खयानत करने का मामला दर्ज किया गया है और कैशियर की तलाश की जा रही है। एक टीम को ओडिशा रवाना किया था, जहां से वापस आई है। थाना प्रभारी ने बताया कि लोगों को वित्तीय लेनदेन भरोसेमंद स्थान करना चाहिए। काफी समय से साइबर फ्रॉड की घटनाएं हो रही हैं और इससे लोगों को बचाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।