छत्तीसगढ

लाखों रुपए की चोरी का खुलासा, पुलिस कस्टडी से फरार हुआ एक आरोपित, 5 अधिकारी निलंबित…

बलौदाबाजार : जिले के सिमगा थाना क्षेत्र में साइबर सेल एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने सिमगा क्षेत्र में लाखों रुपए की चोरी का खुलासा किया है।

वहीं आरोपितों से सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम सहित कुल 4 लाख 52 हजार कीमत मूल्य का सामान बरामद किया है। वहीं एक आरोपित के पुलिस हिरासत से फरार हो जाने पर एसपी ने मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए पांच अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार कर्मचारी कालोनी निवासी प्रार्थिया मंजुला शर्मा ने 21 अगस्त को रिपोर्ट दर्ज कराया था कि उनके सूने मकान में गत 19 से 20 अगस्त के मध्य किसी अज्ञात चोर ने मेन गेट तथा अंदर के दरवाजे का ताला तोड़कर घर में रखे सोने चांदी के जेवरात की चोरी कर ली है।

पुलिस ने अपराध कायम कर धारा 457, 380 भादवि कायम कर साइबर सेल की टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण कर आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक किया।

जिसमें दो अज्ञात व्यक्ति के चोरी की वारदात वाले दिन दरम्यानी रात को घर के अंदर घुसकर चोरी करने‌ का सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुआ। जिसके आधार पर अज्ञात आरोपितों की तलाश की गई।

आरोपित संदीप महिलांगे (25 साल) निवासी ग्राम सिंगारपुर थाना भाटापारा ग्रामीण हाल निवासी न्यू आनंद नगर भनपुरी (खमतराई) के साथ एक अपचारी बालक को कस्टडी में लेकर पूछताछ किया गया।

जिसमें आरोपित संदीप महिलांगे से 2 लाख 50 हजार कीमत मूल्य का सोने चांदी जेवर व नगदी रकम 40 हजार सहित कुल 2 लाख 90 हजार बरामद किया गया। साथ ही घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल एवेजेंर भी जब्त किया गया है।

इसी प्रकार अपचारी बालक से 1 लाख 50 हजार कीमत मूल्य का सोने-चांदी के जेवर व नगदी रकम 12 हजार सहित कुल 1 लाख 62 हजार बरामद कर घटना में प्रयुक्त एक वाहन भी जब्त किया गया।

थाना प्रभारी मंजूलता राठौर ने बताया कि उक्त दोनों आरोपित द्वारा साथ मिलकर अन्य कई स्थानों पर चोरी करना भी कबूल किया गया है तथा चोरी के बाद सामान को आपस में बांट लेना बताया गया है। पुलिस ने अपचारी बालक को किशोर न्यायालय बलौदाबाजार में पेश किया।

पुलिस कस्टडी से फरार हुआ एक आरोपित

पुलिस ने आरोपित संदीप महिलांगे को अन्य प्रकरण में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इसी बीच मौके का फायदा उठाकर आरोपित 26 – 27 अगस्त की दरम्यानी रात में पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को जब इसका पता चला तो थाने में हड़कंप मच गया।

आरोपित के ख़िलाफ़ धारा 224 कायम कर उसकी सरगर्मी से खोजबीन में जुट गयी। उक्त प्रकरण की खबर जब एसपी बलौदाबाजार दीपक झा को हुई

तो उन्होंने एसडीओपी भाटापारा आशीष अरोरा को जांच अधिकारी नियुक्त कर डयूटी में लापरवाही बरतने वाले थाना सिमगा के 5 पुलिस अधिकारी जिनमें एक एएसआई, एक प्रधान आरक्षक, सहित तीन आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

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