छत्तीसगढ
अतिथि शिक्षकों की नौकरी खतरे में, जानिए क्यों ?
अतिथि शिक्षकों की नौकरी खतरे में, जानिए क्यों ?
बस्तर। बस्तर संभाग में डीएमएफटी मद के अंतर्गत सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों को जिला कलेक्टरों ने 1 महीने का अल्टीमेटम दे दिया है. दरअसल बस्तर संभाग के 7 जिलों में वर्ष 2014 में डीएमएफटी मद से 2500 अतिथि शिक्षकों की भर्ती की गई थी. पिछले 2 साल में 621 अतिथि शिक्षकों को पहले ही निकाला जा चुका है.
अब अन्य अतिथि शिक्षकों को जिला कलेक्टर ने सेवा समाप्त करने का अल्टीमेटम दे दिया है. डीएमएफटी अतिथि शिक्षक संघ के सदस्यों ने पत्र लिखकर अब सुरक्षा की मांग राज्य सरकार से की है.
अतिथि शिक्षक संघ बस्तर के गोपाल संकर ने बताया कि हम अतिथि शिक्षकों द्वारा बेहद कम मानदेय में सेवा दी जा रही थी. मांगे नहीं माने जाने की स्थिति में 10 अक्टूबर के बाद अतिथि शिक्षकों ने आंदोलन का ऐलान कर दिया दिए है. इस दौरान अतिथि शिक्षक सांसद निवास घेराव और नेशनल हाईवे जाम करेंगे.