
गृह मंत्री अमित शाह ने इसे नक्सलवाद के ख़ात्मे की बड़ी सफलता बताया
नई दिल्ली(पीआईबी/हिन्दसत)। केंद्रीय गृह और सहकार्यता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पिछले दो दिनों में छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में कुल 258 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर हथियार डाल दिए, जिसे नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता करार दिया जा रहा है। श्री शाह ने बताया कि आज छत्तीसगढ़ में 170 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जबकि कल छत्तीसगढ़ में 27 और महाराष्ट्र में 61 नक्सलियों ने अपने हथियार समर्पित किए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने X (ट्वीटर) पर ट्वीट करते हुए कहा कि हिंसा छोड़कर देश के संविधान में अपना विश्वास पुनर्स्थापित करने वाले इन सभी निर्णयों की प्रशंसा करते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की निरंतर कोशिशों को इसका श्रेय दिया और कहा कि नक्सलवाद अब “आखिरी साँसें” ले रहा है।
आत्मसमर्पण करने वालों में 10 वरिष्ठ ऑपरेटिव भी शामिल हैं जिनमें सतीश उर्फ टी वासुदेव राव (CCM) भी हैं, जिनके ऊपर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। सूची में रानीता (SZCM, माड़ DVC की सचिव), भास्कर (DVCM, PL 32), नीला उर्फ नंदे (DVCM, IC एवं नेलनार AC की सचिव) और दीपक पालो (DVCM, IC एवं इंद्रावती AC का सचिव) आदि के नाम भी बताए गए हैं। वरिष्ठ रैंकों पर इनाम राशि क्रमशः SZCM — 25 लाख रुपये, DVCM — 10–15 लाख रुपये, और ACM — 5 लाख रुपये बताई गई है।
आत्मसमर्पणकर्ताओं ने बड़ी संख्या में AK-47, INSAS, SLR, .303 राइफल जैसे स्वचालित और अन्य हथियार भी पुलिस व सुरक्षा बलों को सौंपे हैं, जिनका ज़िक्र गृह मंत्रालय ने किया है।
श्री शाह ने कहा कि जनवरी 2024 में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद से 2,100 नक्सली आत्मसमर्पण, 1,785 गिरफ्तार और 477 न्यूट्रलाइज़ किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यह 31 मार्च 2026 से पहले नक्सलवाद को जड़ से नष्ट करने के सरकार के संकल्प का प्रतिबिम्ब है।
गृह मंत्री ने शेष नक्सलियों से अपील की कि वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं, अन्यथा सुरक्षा बलों की कठोर कार्रवाई का सामना करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि एक समय आतंक का गढ़ रहे छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ और नॉर्थ बस्तर को अब नक्सली हिंसा से मुक्त घोषित किया जा चुका है।